मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
बुधवार को शिवगुलाब तिवारी पब्लिक स्कूल मेंडरा में 11 वां अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस धूमधाम से मनाया गया।इस दौरान स्कूल की बालिकाओं में वाद विवाद प्रतियोगिता,पेंटिंग,इंग्लिश मीनिंग अंताक्षरी और गेम का आयोजन किया गया,जिसमें विभिन्न कक्षा की बालिकाओं ने बढ़चढकर हिस्सा लिया। इस मौके पर संस्था के प्रिंसिपल पवन तिवारी ने कहा कि यह दिवस लड़कियों के अवलोकन के लिए अधिक अवसर का समर्थन करता है और दुनिया भर में लड़कियों द्वारा उनके लिंग के आधार पर सामना की जाने वाली लैंगिक असमानता के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। इस असमानता में शिक्षा तक पहुंच , पोषण, कानूनी अधिकार, चिकित्सा देखभाल और भेदभाव से सुरक्षा, महिलाओं के खिलाफ हिंसा और जबरन बाल विवाह जैसे क्षेत्र शामिल हैं।उन्होंने कहा कि पहले जैसे हालात अब नहीं हैं, पहले लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य आदि को ज़्यादा महत्व नहीं दिया जाता था। अब माता-पिता बेटियों को भी पढ़ाते हैं। उन्हें ज़िन्दगी में कुछ बनने से नहीं रोकते। लड़कियां और महिलाएं किस तरह की मुश्किलों, किन समस्याओं का सामना करती है। लोगों को इस संबंध में जागरूक करने के लिए इंटरनेशल गर्ल चाइल्ड डे मनाया जाता है। ये दिन समाज के लिए एक रिमाइंडर है कि जेंडर इक्वैलिटी प्रमोट करना, लड़कियों को सशक्त करना समाज के संपूर्ण विकास के लिए कितना ज़रूरी है।श्री तिवारी ने बताया कि बालिका दिवस के लिए सबसे पहले बीजिंग में 1995 में चर्चा हुई,2011 में व्यवस्था बनी और पहली बार 11 अक्तूबर 2012 को मान्य गया।इस मौके पर स्कूल के सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं तथा बच्चों ने कार्यक्रम में सहयोग किया।