नैनी, प्रयागराज (केएन शुक्ल ‘घंटी’)। नैनी स्थित सैम हिगिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेस (शुआट्स) के कुलपति आरबी लाल की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। पुलिस ने हत्या के प्रयास के एक अन्य मामले में उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है।
नैनी थाने में इसी साल जून में हत्या के प्रयास के आरोप में दर्ज मामले में यह कार्रवाई की गई है। आरोप है कि इस घटना की साजिश में आरबी लाल व उनके दोनों भाई एसबी लाल व विनोद बी लाल शामिल थे। विवेचना के दौरान उन पर लगाया गया आपराधिक षडयंत्र रचने का आरोप सही पाया गया।
इस मुकदमे में उनके दो अन्य भाई भी आरोपी हैं। इनमें से छोटा भाई विनोद बीलाल गिरफ्तार भी हो चुका है। जबकि मझले भाई सुनील बीलाल की तलाश जारी है। नैनी थाना प्रभारी यशपाल सिंह ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई।
इस मामले में शुआट्स वीसी को गिरफ्तारी पर कोर्ट से राहत मिली थी। दिल्ली स्थित अस्पताल में भर्ती होने के दौरान प्रयागराज पुलिस की एक टीम उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। इसी मामले में विनोद बी लाल बीते एक अक्तूबर को लखनऊ के मोहनलालगंज से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
गिरफ्तारी के दौरान उसके कब्जे से एक फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुआ था। जिस पर तस्वीर उसकी थी लेकिन नाम सुखबरन सिंह लिखा हुआ था। विवेचना में पुलिस ने हत्या की साजिश रचने के साथ ही दस्तावेजों की कूटरचना के आरोप भी सही मिलने पर उसके खिलाफ भी कुछ दिन पहले चार्जशीट लगा दी थी।
जिस मुकदमे में एसबी लाल को आरोपी बनाया गया है, वह शुआट्स के ही पूर्व छात्र सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने लिखाया है। इसी साल जून में नैनी में यह मुकदमा दर्ज कराया गया था। मूल रूप से सुल्तानपुर निवासी सर्वेंद्र का आरोप है कि वह स्कूटी से रात 10 बजे नैनी जा रहे थे। तभी पुराने यमुना पुल पर दो बाइक से आए चार लोगों ने तमंचा दिखाया।
फिर धमकी दी कि आरबी लाल व विनोद बी लाल पर फतेहपुर में दर्ज कराया गया मुकदमा वापस ले लो वरना जान से मार दिए जाओगे। पहले मुकदमा प्राणघातक चोट पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में लिखाया गया। बाद में विवेचना में इसे हत्या के प्रयास में तरमीम कर दिया गया। खास बात यह है कि सर्वेंद्र एक दिन पहले नैनी थाने में दर्ज मुकदमे में भी चश्मदीद गवाह है। इसी मुकदमे में आरबी लाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।