मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। मेजा के भटौती पहाड़ी पर स्थित गौशाला में गायों की दुर्दशा हो रही है। जिम्मेदार बेखबर हैं। गौशाला में भारी मात्रा में नुकीले पत्थर व गिट्टियां उभरी हुई हैं जिससे गायों को बैठने में काफी तकलीफ हो रही है। कई गायें बीमार होकर मरणासन्न अवस्था में पड़ी हुई हैं।
शनिवार को सूरज वार्ता प्रतिनिधि ने जीरो ग्राउंड से खबर का हकीकत जाना। जिसमें कई गायें मरणासन्न अवस्था में पड़ी मिली। वहां मौजूद गायों की देखरेख करने वालों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यहां गौशाला में कई सांड हैं जो गायों को मार-मार कर घायल कर देते हैं। गायों की देखरेख करने वालों ने बताया कि कई बार जिम्मेदारों से सांड को अलग एवं गायों को अलग रखा जाय। वहीं जमीनी हकीकत में पाया गया कि भारी मात्रा में गौशाला में नुकीले पत्थर व गिट्टियां उभरी हुई हैं।
जिससे हमेशा गायें खड़ी रहती हैं और बैठती हैं तो नुकीले पत्थर से घायल हो जाती हैं। गौशाला में देखा जाए तो गायों की दुर्दशा हो रही है। डाक्टर समय समय पर पंहुचकर घायल एवं बीमार गायों का इलाज करते हैं। मौके पर भी देखा गया कि पशु-चिकित्सक डॉ बैजनाथ प्रजापति मौके पर अपनी टीम के साथ गायों का इलाज करते देखे गए। पशु-चिकित्सक डॉ बैजनाथ प्रजापति ने बताया कि गौशाला से सूचना मिलते ही वह तत्काल टीम के साथ इलाज के लिए पंहुचते हैं।