15 अप्रैल को होगा भूमि पूजन
लखनऊ (राजेश सिंह)। मुंशी काली प्रसाद कुलभाष्कर विश्वविद्यालय की स्थापना लखनऊ में की जाएगी। इसके लिए बख्शी का तालाब के कठवारा में 40 बीघा भूमि विश्वविद्यालय के नाम पर प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। एशिया के सबसे बड़े शैक्षणिक ट्रस्ट कायस्थ पाठशाला की ओर से 15 अप्रैल को भूमि पूजन के साथ विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। केपी ट्रस्ट की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में यह अब तक का सबसे बड़ा अभिनव कदम होगा।
मुंशी काली प्रसाद कुलभाष्कर विश्वविद्यालय को डीम्ड यूनिवर्सिटी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। सबसे पहले प्रशासनिक भवन के अलावा फार्मेसी व अन्य कॉलेजों की स्थापना की जाएगी। इस विश्वविद्यालय की आधारशिला सोमवार को केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार सिन्हा रखेंगे। इसका संचालन कायस्थ पाठशाला लखनऊ इस्टेट की ओर से किया जाएगा।
इस्टेट के प्रभारी प्रशासन अमित श्रीवास्तव बनाए गए हैं। फिलहाल प्रस्तावित स्थल की सफाई कराई जा रही है। केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. सुशील बताते हैं कि इस विश्वविद्यालय का निर्माण राम मंदिर की तर्ज पर कराया जाएगा। जैसे राम मंदिर निर्माण के लिएजन-जन से सहयोग लिया गया, उसी तरह इस विश्श्वविद्यालय के लिए सबका सहयोग अपेक्षित है।
उन्होंने कायस्थ समाज के हर व्यक्ति का इसके लिए आगे आने का आह्वान भी किया। डॉ. सुशील ने ट्रस्ट के अपने चुनावी एजेंडे में विश्वविद्यालय की स्थापना को शामिल किया था। अध्यक्ष बनने के तीन महीने बाद ही न सिर्फ विश्वविद्यालय के लिए भूमि प्रदान कर दी गई, बल्कि भवन निर्माण की आधारशिला भी रखने का निर्णय ले लिया गया।
यह विश्वविद्यालय मुंशी काली प्रसाद के सपनों को साकार करने में सहायक बनेगा। वह शिक्षा का उजाला करना चाहते थे और समाज के हर बच्चों को शिक्षित बनाना उनका लक्ष्य था। इस विश्वविद्यालय का निर्माण राम मंदिर की तर्ज पर समाज के हर व्यक्ति से सहयोग लेकर कराया जाएगा। - डॉ. सुशील सिन्हा, अध्यक्ष- केपी ट्रस्ट।
केपी ट्रस्ट की ओर सेे शहर में पहलेे चित्रगुप्त धर्मशाला का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया है। 42 कक्षों वाले इस धर्मशाला का निर्माण केपी मिनी कम्युनिटी सेंटर परिसर में कराया जाएगा। इसके लिए भूमि पूजन रविवार की सुबह 10 बजे होगी। धर्मशाला की आधारशिला केपी ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष एमएलसी डॉ. केपी श्रीवास्तव के हाथों रखी जाएगी।