प्रशासन और समाजसेवी भी नहीं जागे, प्यास बुझाने में राहगीरों को परेशानी
प्रयागराज (राजेश सिंह)। शहर में सुबह से ही सूर्य देव का तपिश शुरू हो जाती है। दोपहर के समय लू के थपेड़े चलने लगते है। इससे पंखा और कूलर का असर नहीं पड़ता है। दोपहर के समय शहर के मुख्य बाजार, सड़कें सूनी पड़ जाती हैं। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान रहा। दोपहर का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया हैं। न्यूनतम तापमान में भी एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। चिलचिलाती धूप से आम लोग परेशान हैं। जिसके कारण आम लोग जरूरी काम से ही बाहर निकलते हैं। रिक्शा, ठेला चालक, सड़क किनारे खोमचा लगाने वाले छोटे दुकानदार तथा मजदूरी करने वालों के साथ स्कूली छात्र-छात्राओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में शासन व प्रशासन ने सार्वजनिक जगह व चौक-चौराहों पर प्याऊ की व्यवस्था नहीं की है। जिसके कारण लोगों को प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। समर्थ लोग बोतलबंद पानी से काम चला रहे है। आटो स्टैंड, बस स्टैंड पर आम यात्रियों व राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिससे चिलचिलाती धूप में आम राहगीरों को दिक्कत उठानी पढ़ रही है।
देखा जाए तो पहले शासन व प्रशासन की टीम के प्याऊ के व्यवस्था से पहले समाजसेवी जाग उठते थे। लेकिन इस भीषण गर्मी में समाजसेवियों का भी पता नहीं चल रहा है और शहर में कहीं भी प्याऊ की व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे आमजन मानस को प्यास बुझाने में काफ़ी फजीहतों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि समर्थ लोग बोतलबंद पानी से काम चला ले रहे हैं। वहीं स्थानीय लोगों ने प्याऊ की व्यवस्था की मांग की है।