प्रयागराज (राजेश सिंह)। यमुनानगर के मांडा थाना क्षेत्र के गिरधरपुर गांव निवासी संतोष मुसहर ने पुलिस कमिश्नर प्रयागराज को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि मांडा थाने पर तैनात एक सिपाही ने उन्हें अवैध रूप से पकड़ लिया और थाने में बंद कर दिया। तीन दिन तक उन्हें पीटा गया और 25 हजार रुपये की मांग की गई।
संतोष मुसहर ने शिकायती पत्र में बताया कि 27 अगस्त को मांडा थाने का एक सिपाही उनके घर पहुंचा और उसे पकड़ कर थाने ले आया। उसी रात 11 बजे मीरजापुर, थाना हलिया, गांव बंजारी पवारी निवासी एक व्यक्ति और रीवा मध्य प्रदेश निवासी एक व्यक्ति थाने पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया और दोनों व्यक्तियों व पुलिस ने उसकी बर्बरता पूर्वक पिटाई की। उसे तीन दिन तक थाने पर बैठाया रखा गया। तीन दिन बाद रिहा करने के बाद स्थानीय पुलिस शिकायत कर्ता से सुलह करने के लिए पूरी शिद्दत से जुटी हुई है। जिसके लिए क्षेत्र के कई रसूखदार लोग शिकायत कर्ता व उसके परिवार पर दबाव बना रहे हैं। दबाव के चलते संतोष मुसहर दो दिन से घर से गायब हो गया है।
पुलिस ने उसे बताया कि आभूषण बेचने के नाम पर वह लोगों से ठगी करता है। जिसकी शिकायत पर उसे उठाया गया है और जेल भेजा जाएगा। 29 अगस्त को सिपाही ने उससे 25 हजार रुपये की मांग की। जिसे उसकी पत्नी ने अपने आभूषण सर्राफा की दुकान पर गिरवी रखकर पूरा किया। पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच डीसीपी यमुनानगर को सौंप दी। बीते सोमवार को जांच टीम गिरधरपुर व भारतगंज कस्बा में जांच करने पहुंची। पीड़ित की पत्नी और सर्राफा की दुकान पर पूछताछ की। पूरा मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मंगलवार शाम आरोपी सिपाही का एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह अपने को निर्दोष बता रहा है। साथ ही अफसर के निर्देश पर मुसहर को पकड़ने व छोड़ने की बात कहते सुनाई दे रहा है। मामले में डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने कहा कि सम्बंधित मामले की जांच अतिरिक डीसीपी से कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट अभी प्राप्त नही हुई है। जांच रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।