सवर्ण या ओबीसी को मिल सकता है मौका
प्रयागराज (राजेश सिंह)। उपचुनाव के बाद यूपी मंत्रिमंडल का विस्तार होने के संकेतों के बीच प्रयागराज को भी तवज्जो मिलने की उम्मीद जाग उठी है। यहां से किसी युवा चेहरे को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। मार्च-24 में योगी मंत्रिमंडल का विस्तार तो लोकसभा चुनाव में लाभ के इरादे से हुआ था, मगर फायदा कुछ न मिला। भाजपा से ज्यादा सीटें इंडिया गठबंधन ने जीत लीं। अब नौ सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में छह सीटें भाजपा ने जीती हैं। एक सीट भाजपा के सहयोगी रालोद के खाते में गई है। इन नतीजों के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट में प्रयागराज के नेता भी सक्रिय हो गए हैं।
मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में पिछड़े या सवर्ण विधायक को मौका मिल सकता है। योगी सरकार पार्ट वन में यहां से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ सिद्धार्थनाथ सिंह और नंद गोपाल गुप्ता नंदी कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे। 2022 में हर्षवर्धन बाजपेयी, राजमणि कोल, सिद्धार्थनाथ सिंह और नंद गोपाल गुप्ता नंदी लगातार दूसरी बार जीते, लेकिन मंत्रिमंडल में सिर्फ नंदी को ही जगह मिल सकी।
संभावित विस्तारीकरण में पिछड़ी जाति के विधायकों में से दीपक पटेल, पीयूष रंजन निषाद और गुरु प्रसाद मौर्य की दावेदारी पुख्ता मानी जा रही है तो सवर्ण नेताओं में सिद्धार्थनाथ सिंह के साथ-साथ हर्षवर्धन बाजपेयी भी फर्राटा भरने के सपने संजोये हुए हैं।