मिर्जापुर (राजेश सिंह)। मिर्जापुर जिले में रिश्वत लेकर काम करने वाले लगातर पकड़े जा रहे है। कुछ दिन पहले ही जिगना थाने का एक दरोगा पकड़ा गया था। यह मामला शांत नहीं हुआ था कि बृहस्पतिवार को एंटी करप्शन की टीम ने चील्ह थानाध्यक्ष शिवशंकर सिंह को उनके थाना परिसर से रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़र ले गई।
दोपहर में एंटी करप्शन के जिला प्रभारी विनय सिंह के नेतृत्व में टीम चील्ह थाना पहुंची। वहां पर एक मामले में पीड़ित जैसे ही थानाध्यक्ष को पैसा देकर थाने के बाहर आया। एंटी करप्शन की टीम थाने के अंदर गई। थानाध्यक्ष को रंगेहाथ पैसे के साथ पकड़कर गाड़ी में बैठा कर ले गई।
थानाध्यक्ष एंटी करप्शन की गाड़ी में नहीं बैठ रहे। एंटी करप्शन की टीम के कई लोग मिलकर उनको गाड़ी में जबरजस्ती बैठाकर ले गए। इस दौरान थाने के पुलिसकर्मी मुकदर्शक बने रहे।
अपडेट
दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करने के लिए 30 हजार रुपये घूस लेते हुए चील्ह थानाध्यक्ष शिवशंकर सिंह को एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष ने विरोध किया तो धक्का देकर उसे गाड़ी में बैठाया गया। इसके बाद एंटी करप्शन की टीम आरोपी को लेकर शहर कोतवाली पहुंची और मुकदमा दर्ज कराया।
ये है पूरा मामला
चील्ह थाना क्षेत्र में युवती का एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा है। युवती का मामा 10 दिन पहले युवक पर भांजी का शारीरिक शोषण करने पर आरोप लगाते हुए दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचा था। आरोप है कि चील्ह थानाध्यक्ष शिवशंकर ने मुकदमा दर्ज करने के लिए 50 हजार रुपये की मांग की। इस पर युवती के मामा ने 25 फरवरी को एंटी करप्शन थाने में शिकायत की। एंटी करप्शन की टीम ने मामले की जांच करने के बाद चील्ह थानाध्यक्ष को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई।
बृहस्पतिवार को एंटी करप्शन की टीम ने युवती के मामा को नोट पर पाउडर लगाकर दिया और उसे थाने में भेजा। दोपहर बाद वह थानाध्यक्ष के कमरे में पहुंचा और 30 हजार रुपये देकर बाहर निकल आया। इसी बीच एंटी करप्शन टीम के सदस्य थानाध्यक्ष के कमरे में पहुंच गए और उसकी जेब से 30 हजार रुपये के केमिकल लगे नोट बरामद कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद टीम के सदस्य थानाध्यक्ष को कमरे से बाहर खींचकर गाड़ी में बैठाने लगे, जिसका उसने विरोध किया। इस पर टीम ने उसे धक्का लेकर गाड़ी में बैठाया और कोतवाली शहर लेकर पहुंची, जहां भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
एंटी करप्शन प्रभारी विनय सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के लिए थानाध्यक्ष चील्ह ने 50 हजार रुपये की घूस मांगी थी। थानाध्यक्ष की जेब से 30 हजार रुपये बरामद कर उसे गिरफ्तार किया गया है। मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
एक हफ्ते में तीन पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई
जिले में एक हफ्ते के अंदर थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिसकर्मयों पर कार्रवाई हो चुकी है। इनमें दो लोगों को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया है। जिगना क्षेत्र के गोगांव निवासी प्रमोद सिंह ने शिकायत की थी कि खनन में दर्ज मुकदमे में फंसाने के नाम पर पुलिस रिश्वत मांग रही है। उनकी शिकायत पर 22 फरवरी को जिगना थाने के उप निरीक्षक शकील अहमद को एंटी करप्शन की टीम ने पांच हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा था।
दूसरे मामले में जिगना थाने के ही उप निरीक्षक सुरेंद्र कुमार का वीडियो वायरल होने पर कार्रवाई की गई। गांव निवासी प्रमोद कुमार सिंह को संगीन धाराओं से बचाने के लिए उप निरीक्षक ने एक लाख रुपये की मांग की थी। प्रमोद के पिता सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी मानिक बहादुर सिंह से पैसे मांगने और पुलिस विभाग के अधिकारियों को अपशब्द बोलने का वीडियो वायरल होने पर एसएसपी ने बुधवार को उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया था। एक ही थाने के दो उप निरीक्षकों पर कार्रवाई के बाद पुलिस में सुधार नहीं आया। बृहस्पतिवार को एंटी करप्शन की टीम ने चील्ह थानाध्यक्ष को 30 हजार रुपये लेते गिरफ्तार कर लिया।