जयपुर। कोटा रेल मंडल में भर्ती परीक्षा में धांधली कर नौकरी पाने के मामले में सीबीआइ ने तीन रेलवे कर्मचारियों सहित छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पश्चिम मध्य रेलवे, जबलपुर के सतर्कता विभाग की शिकायत पर जांच एजेंसी ने शुक्रवार को मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परीक्षा देने वाली डमी कैंडिडेट और दो अज्ञात
आरोपितों में रेलवे के गुड्स ट्रेन मैनेजर, तकनीशियन, सहायक खलासी, परीक्षा देने वाली डमी कैंडिडेट और दो अज्ञात हैं। फर्जीवाड़े के जरिए नौकरी हासिल करने के लिए 15 लाख रुपये की अवैध लेनदेन की गई थी।मामला तब सामने आया था, जब कोटा के मनीष मीणा ने अपनी पत्नी सपना पर रेलवे की नौकरी मिलते ही उसे छोड़ने का आरोप लगाया था। उसका आरोप था कि उसने 15 लाख देकर पत्नी के स्थान पर डमी कैंडिडेट बिठाया था। पत्नी पास हो गई, नौकरी लगी और उसने नौकरी छोड़ भी दी। इससे उसे घाटा हुआ।
फर्जीवाड़े की जांच सीबीआइ को सौंपी गई
ग्रुप डी भर्ती परीक्षा के लिए 2019 में आवेदन किया गया था, जिसकी परीक्षा 2023 में हुई थी। सपना को 25 अप्रैल 2023 को सिरसा प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था। बाद में उसे बीकानेर में तैनात किया गया। मनीष की शिकायत के बाद फर्जीवाड़े की जांच सीबीआइ को सौंपी गई।
भ्रामक विज्ञापन के आरोप में शाह रुख, अजय देवगन व टाइगर श्राफ तलब
भ्रामक विज्ञापन के आरोप की सुनवाई करते कोटा के उपभोक्ता न्यायालय ने फिल्म अभिनेता शाह रुख खान, अजय देवगन, टाइगर श्राफ और पान मसाला के निर्माताओं को तलब किया है। सामाजिक कार्यकर्ता इंद्र मोहन सिंह ने इन सभी के खिलाफ परिवाद दर्ज कर विज्ञापन पर रोक लगाने की मांग की है।
मामले की अगली सुनवाई 21 अप्रैल को होगी। याचिका में कहा गया है कि केसर का भाव बाजार में करीब चार लाख रुपये प्रति किलो है। ऐसी स्थिति में इतनी कम दर पांच रुपये प्रति पाउच पर पान मसाला में केसर होने का भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। इस संबंध में कोई पुख्ता प्रमाण भी पान मसाला की ओर से नहीं दिया हुआ है।
याचिका में कहा गया कि भ्रामक विज्ञापन पर रोक लगाई जाए
अन्य चेतावनी इतने छोटे शब्दों में होती है कि उसे पढ़ पाना संभव नहीं है। याचिका में कहा गया कि भ्रामक विज्ञापन पर रोक लगाई जाए और जुर्माना वसूला जाए। जुर्माने की राशि भारत सरकार के युवा मंत्रालय में युवा कल्याण कोष में जमा कराई जाए।