प्रयागराज (राजेश सिंह)। झूंसी में बाइक व कार में टक्कर लगने के बाद जमकर हंगामा हुआ। आरोप है कि कारसवारों ने अधिवक्ता की पिटाई कर दी। साथ ही उन्हें बीच रास्तेसे गाड़ी में खींच ले गए। जानकारी पर अधिवक्ताओं ने झूंसी थाना घेर लिया। देर रात तक पीड़ित अधिवक्ता को सामने नहीं लाया गया था।
हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि झूंसी निवासी विमलेश यादव और उनके भाई कमलेश यादव अधिवक्ता हैं। शनिवार शाम दोनों बाइक से लौट रहे थे। इसी दौरान हवेलिया के पास उत्तराखंड लिखी एक कार ने बाइक में टक्कर मार दी जिससे कमलेश नीचे जा गिरे।
रोकने की कोशिश पर कारसवार भागने लगे। विमलेश ने पीछा किया तो मारपीट करते हुए उन्हें गाड़ी में खींच लिया और जमकर पीटने के बाद रास्ते में छोड़ दिया। विमलेश दक्षिणी झूंसी थाने पहुंचे तो वहां पुलिस ने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। आरोप है कि वह बाहर निकले, तभी कर सवार उन्हें फिर गाड़ी में भरकर परेड थाने ले गए। इधर घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में अधिवक्ता झूंसी थाने पहुंच गए।
काफी देर तक साथी की कोई जानकारी न मिलने पर उन्होंने थाने का घेराव कर दिया। पीड़ित अधिवक्ता के बेटे अंशुमान ने बताया कि उसके पिता का कुछ पता नहीं चल रहा है। उधर अशोक सिंह ने कहा कि अधिवक्ता को जमकर मारा पीटा गया है और बात करने पर बार-बार यही आश्वासन दिया जा रहा है कि उन्हें झूंसी थाने लाया जा रहा है। फिलहाल रात के 1:15 बजे तक उन्हें सामने नहीं लाया गया है। इस मामले में डीआईजी वैभव कृष्ण से बात की गई तो उन्होंने कहा कि प्रकरण उनके संज्ञान में नहीं है। शिकायत मिली तो जांच पड़ताल कराई जाएगी।