नई दिल्ली। मतदाता सूची में गड़बड़ी सहित चुनाव प्रक्रिया में अनियमितता के लगातार लग रहे आरोपों के बीच निर्वाचन आयोग ने पूरी प्रक्रिया को त्रुटिहीन बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। फिलहाल इसकी शुरूआत गलतियों वाले क्षेत्रों की पहचान करके होगी।
सभी राज्यों के सीईओ का सम्मेलन आयोजित
आयोग ने इसे लेकर देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों (सीईओ) का दो दिनी सम्मेलन बुलाया है, जो चार व पांच मार्च को दिल्ली में आयोजित होगा। सीईओ सम्मेलन में पहली बार सभी राज्यों से एक-एक जिला निर्वाचन अधिकारी ( डीईओ) व इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन आफिसर ( ईआरओ) को भी आमंत्रित किया गया है।
सीईसी ज्ञानेश कुमार ने की है पहल
मुख्य चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी संभालने के बाद ज्ञानेश कुमार ने यह पहल की है। वैसे तो आयोग की मतदाता सूची तैयार करने सहित चुनाव से जुड़ी प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है, लेकिन इसके बाद भी चुनाव के दौरान या बाद में छुटपुट गड़बड़ी या चूक के मामले सामने आते है।
विपक्ष के आरोपों का दिया जाएगा जवाब
आयोग की मानें तो इन्हीं छोटी-छोटी चूकों को बाद में राजनीतिक दलों की ओर से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। ऐसे में उसकी कोशिश है कि ऐसे सभी चूकों या संभावित गड़बड़ियों वाले क्षेत्रों को पहचान कर उन्हें ठीक किया जाए। सम्मेलन में आयोग सभी राज्यों के सीईओ से इन्हीं मुद्दों पर चर्चा करेगा। साथ ही जिला और विधानसभा अधिकारियों से भी नीचे की दिक्कतों को समझेगा।
आयोग की कोशिश है कि चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शिता के साथ त्रुटिहीन ( जीरो एरर) बनाया जाए। आयोग ने सभी राज्यों के सीईओ को सम्मेलन के लिए आमंत्रित करने के साथ ही बेहतर चुनाव प्रबंधन को लेकर रोड़मैप भी लेकर आने को कहा गया है। साथ इसे लेकर जरूरी और बेहतर सुझाव देने को कहा है।
सम्मेलन में कई पहलुओं पर होगी चर्चा
सम्मेलन में आईटी क्षेत्र को सशक्त बताने, त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करने आदि पहलुओं पर चर्चा होगी। इन क्षेत्रों में जो राज्य बेहतर काम कर रहे है वह भी इसे लेकर अपनी प्रस्तुति देंगे। गौरतलब है कि हाल ही में हरियाणा, महाराष्ट्र व दिल्ली सहित कई राज्यों के चुनाव में मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप लगाए गए है।