रॉयटर, मॉस्को। पता चला है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यूक्रेन से दुर्लभ खनिज लेने का सुझाव रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ही दिया था। पुतिन ने यह सुझाव 12 फरवरी को ट्रंप के साथ डेढ़ घंटे की टेलीफोन वार्ता में दिया।
रूस से भी दुर्लभ खनिज खरीदना चाहेंगे- ट्रंप
ट्रंप ने कहा है कि वह रूस से भी दुर्लभ खनिज खरीदना चाहेंगे। विश्व का अधिकांश लीथियम रूस और यूक्रेन के पास ही है। दुर्लभ खनिजों में शामिल लीथियम हर तरह की बैटरी बनाने के लिए आवश्यक होता है। उन्नत सैन्य उपकरणों और इलेक्ट्रानिक उत्पादों के लिए जरूरी खनिजों के 95 प्रतिशत उत्पादन और आपूर्ति पर चीन का नियंत्रण है।
रूस के पास सबसे ज्यादा दुर्लभ खनिजों का भंडार
भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए अब अमेरिका इस पर अधिकार चाहता है। रूस के पास सबसे ज्यादा 38 लाख टन दुर्लभ खनिजों का भंडार है। रूस विश्व का अकेला देश है जो दुर्लभ खनिजों को धरती से निकालकर उन्हें परिष्कृत करता है।
पुतिन ने अपने अधिकारियों के साथ बैठक की
ट्रंप के रूस से दुर्लभ खनिज लेने का बयान देने के बाद पुतिन ने अपने अधिकारियों के साथ बैठक कर तेज आर्थिक विकास में इन खनिजों का योगदान लेने का निर्णय लिया। विश्व में प्राप्त दुर्लभ खनिजों में लीथियम, इट्रियम, स्कैंडियम, डिस्प्रोसियम, सेरियम, नेओडिमीयम, गैडोलीनियम, टेरबियम सहित कुल 17 खनिज हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पुष्टि की है कि वह शुक्रवार को वाशिंगटन में अपने यूक्रेनी समकक्ष वलोडिमिर जेलेंस्की का स्वागत करेंगे, क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका को यूक्रेनी खनिज संसाधनों तक पहुंच प्रदान करने के लिए एक समझौते पर बातचीत चल रही है।