नई दिल्ली। दरअसल, मनु भाकर की मां चाहती हैं कि उनकी बेटी के नाम के आगे ’डॉक्टर’ लगे। इस किस्से के बारे में मनु ने पेरिस ओलंपिक के समय अपने सम्मान में डीएसआरए द्वारा आयोजित डिनर के दौरान बताया था। मनु भाकर ने सो के दौरान कहा था कि मेरी मां चाहती हैं कि मेरे नाम के आगे डॉक्टर लगे, और यही वजह है कि मैं पीएचडी करना चाहती हूं।
भारत की स्टार शूटर मनु भाकर 18 फरवरी को अपना 23वां जन्मदिन मना रही हैं। 18 फरवरी 2002 को हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव में जन्मी मनु ने अपनी पढ़ाई यूनिवर्सल पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की। उनके पिच मर्चेंट नेवी में इंजीनियर हैं और उनकी मां एक टीचर हैं। शूटिंग खेल में अपना भविष्य बनाने वाले मनु ने देश के लिए काफी नाम कमाया है। हालांकि, अपनी मां की ख्वाहिश को पूरा करने अभी भी उनके लिए बाकी है। शायद आपको नहीं पता कि मनु की मां अपनी बेटी को शूटिंग के साथ-साथ एक खास फील्ड में भी देखना चाहती हैं।
मनु भाकर की मां की ख्वाहिश के बारे में आप सोच रहे होंगे कि बेटी शूटिंग में कई मेडल हासिल कर चुकी हैं, फिर मनु की मां की ख्वाहिश क्या होगी? दरअसल, मनु भाकर की मां चाहती हैं कि उनकी बेटी के नाम के आगे श्डॉक्टरश् लगे। इस किस्से के बारे में मनु ने पेरिस ओलंपिक के समय अपने सम्मान में डीएसआरए द्वारा आयोजित डिनर के दौरान बताया था। मनु भाकर ने सो के दौरान कहा था कि मेरी मां चाहती हैं कि मेरे नाम के आगे डॉक्टर लगे, और यही वजह है कि मैं पीएचडी करना चाहती हूं। मां का सपना पूरा करने के लिए मनु भाकर पिस्टल के साथ-साथ अपनी पढ़ाई भी करेंगी।
मनु अपनी पीएडी की पढ़ाई कब शुरू करेंगी इस बात की तो जानकारी नहीं है। बता दें कि, मनु एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट हैं। उन्होंने 2024 के पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट के सिंगल्स और टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। पेरिस ओलंपिक 2024 में मनु भाकर शानदार प्रदर्शन कर एक सफल खिलाड़ी साहित हुईं। उनके बेहतर प्रदर्शन के कारण उन्हें देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न से नवाजा गया। पेरिस ओलंपिक के बाद उनकी नेटवर्थ में भी बड़ी इजाफा हुआ है।