Ads Area

Aaradhya beauty parlour Publish Your Ad Here Shambhavi Mobile

श्रद्धालुओं की भीड़ हुई कम, फिर भी इतना चलना पड़ रहा पैदल

sv news

कुम्भनगर (राजेश शुक्ल)। तीन मुख्य स्नान पर्व समाप्त हो चुके हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ भी कम हो रही है। इसके बावजूद स्नानार्थियों को कम से कम पांच किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। पुलिस-प्रशासन की ओर से दावा किया गया था श्रद्धालुओं को सामान्य दिनों में अधिकतम दो किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी होगी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।

बुधवार को मथुरा के विवेक तिवारी अपने परिवार, रिश्तेदार व परिचित सहित करीब 12 लोगों के साथ पैदल अलोपीबाग चुंगी तक पैदल पहुंचे। यहां से उन्हें पैदल ही संगम तक पहुंचना था, लेकिन आगे बढ़ते ही रोक दिया गया और कहा गया कि जीटी जवाहर होकर जाइए। इसी बीच बैरिकेड हटाकर हूटर बजाते दो वाहनों प्रवेश दे दिया गया।

वह विरोध जताने का प्रयास करते इससे पहले ही हाथ में डंडा लिए सिपाही ने दोबारा इशारा करके आगे जाने को कहा। वह किसी तरह मेला क्षेत्र में प्रवेश कर गए तो काली सड़क की स्थिति एकल मार्ग जैसी नहीं दिखी। इस मार्ग से लोग आते और जाते दिखाई दिए। चौंकाने वाली बात यह है कि मेला क्षेत्र में सेक्टर एक स्थित पार्किंग पूरी तरह से खाली चल रही है, इसके बावजूद दो पहिया वाहनों को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इससे शहर के लोग संगम में स्नान करने से हिचक रहे हैं।

केवल पास वाले वाहनों की इंट्री

वसंत पंचमी का स्नान पर्व के साथ ही मेला क्षेत्र से नो व्हीकल जोन भी समाप्त कर दिया गया है। हालांकि महाकुंभ मेला क्षेत्र में केवल पास वाले वाहनों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। कुछ चौराहों और प्रमुख मार्गों पर पास लगे वाहनों को भी सुरक्षाकर्मी आगे बढ़ने से रोक रहे हैं। सवाल करने पर अभद्रता करते हैं। त्रिवेणी मार्ग पर बांध से ऊपर जाने के दौरान बुधवार को पुलिसकर्मियों से नोंकझोंक हुई।

सभी पांटून पुलों पर आवाजाही

महाकुंभ मेला क्षेत्र में आवागमन के लिए सभी पांटून पुल पूरी तरह से खोल दिए गए हैं। पुलों को एकल मार्ग किया गया है, ताकि आवागमन में कोई कठिनाई नहीं हो। परेड से झूंसी, अरैल की तरफ जाने और आने के लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए गए हैं। हालांकि भीड़ का दबाव अधिक होने पर कई बार कुछ देर के लिए आवाजाही रोक भी दी जाती है।

शहर क्षेत्र में दी गई है ढील

शहर में श्रद्धालुओं के आवागमन को देखते हुए सुरक्षा पाबंदियों में ढील दी गई है। बालसन चौराहा, मेडिकल चौराहा, सीएमपी डिग्री कालेज, बैरहना, बक्शीबांध सहित अन्य स्थानों कुछ बैरिकेडिंग हटा दी गई है। चार पहिया और दो पहिया वाहनों को मेला क्षेत्र की ओर भेजा जा रहा है। लेकिन सेक्टर 17 पार्किंग में वाहनों को खड़ा करने के लिए ज्यादा स्थान नहीं है, इसकी वजह से मेला क्षेत्र के प्रवेश मार्ग पर श्रद्धालुओं की परेशानी कम नहीं हो रही है।

नए यमुना और शास्त्री पुल पर लगा रहा जाम

नए यमुना पुल और शास्त्री पुल पर बुधवार को कई घंटे तक भीषण जाम लगा रहा। काजी नैनी निवासी अमित मिश्रा ने कहा कि उन्हें कार से पुल पार करने में दो घंटे का समय लगा। लेप्रोसी चौराहे से लेकर पुराने यमुना पुल की तरफ भी जाम लगा रहा। इसका कारण शटल बस चालकों की मनमानी भी बताई गई।

श्रद्धालुओं के लिए लगी शटल बस सड़क पर जहां-तहां खड़ी दी जा रही थी। दूसरे वाहन भी जहां स्थान पाते वहीं, पार्क कर देते। ऐसा ही कुछ हाल शास्त्री पुल का भी रहा। इससे शहर जाने और उधर से झूंसी आने वालों के लिए मुश्किल पैदा होती रही। शास्त्री पुल पर पहुंचने वालों को ढाल की बजाय दूसरी तरफ डायवर्ट किया जा रहा था, जिस कारण जाम की समस्या निर्मित हुई।

मेला क्षेत्र में पास वाले वाहनों को प्रवेश मिलेगा। श्रद्धालुओं की भीड़ के अनुसार बैरिकेडिंग की गई है और जरूरत के अनुसार हटाया-बढ़ाया जाएगा। सभी पांटून पुलों को आवागमन के लिए खोल दिया गया है। -राजेश द्विवेदी, एसएसपी महाकुंभ

शहर क्षेत्र में कुछ स्थानों से बैरिकेडिंग को कम करते हुए सुरक्षा में ढील दी गई है। ताकि श्रद्धालुओं को संगम में स्नान करने और वापस जाने के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो। सामान्य दिनों में भी काफी भीड़ आ रही है। -नीरज पांडेय, डीसीपी र्ट्रैफिक

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad