मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। मेजा क्षेत्र में यूरिया खाद की भारी किल्लत से किसानों की परेशानी चरम पर पहुंच गई है। गेहूं की फसल बढ़ने लगी है, लेकिन खाद की कमी के कारण किसान संकट में हैं। क्षेत्र के साधन सहकारी केंद्रों पर किसान लगातार चक्कर लगा रहे हैं और खाद नहीं मिल रही है। क्षेत्र के कई किसान मजबूर होकर महंगे दामों पर खाद खरीद रहे हैं, क्योंकि कुछ खुदरा विक्रेता इस संकट का फायदा उठाकर खाद को ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं।
स्थानीय किसानों के अनुसार, क्षेत्र के साधन सहकारी केन्द्रों पर खाद उपलब्ध नहीं है। जिससे गेहूं और अन्य फसलों की पैदावार पर गंभीर असर पड़ सकता है। अगर समय पर खाद उपलब्ध नहीं हुई, तो किसानों की मेहनत पर पानी फिर सकता है और उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो जाएगी। क्षेत्र में खाद की समस्या गंभीर होती जा रही है। किसी भी किसान को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रही, जिससे वे मजबूरन बाजार से महंगे दामों पर खरीदने को विवश हैं। कुछ दुकानदार खाद को निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर बेच रहे हैं। जहां एक बोरी यूरिया की कीमत 266.50 रुपये होनी चाहिए, वहीं किसान 450 से 500 रुपये तक चुकाने को मजबूर हैं। जब किसान दुकानदारों से निश्चित कीमत पर खाद देने की मांग करते हैं, तो उन्हें खाद देने से मना कर दिया जाता है।