मिर्जापुर (रविन्द्र जायसवाल)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिर्जापुर में एक ऐतिहासिक दिन की शुरुआत की, जहां उन्होंने प्रदेश सरकार के 8 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित विकास उत्सव में हिस्सा लिया। इस मौके पर उन्होंने 500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शुभारंभ किया और मां विंध्यवासिनी धाम में दर्शन-पूजन कर क्षेत्र की प्रगति के लिए आशीर्वाद मांगा। बीएलजे ग्राउंड, महुअरिया में आयोजित विशाल जनसभा में केंद्रीय मंत्री व मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने उनका स्वागत किया। यह दौरा न केवल विकास की नई इबारत लिखने वाला रहा, बल्कि आध्यात्मिकता और प्रगति के संगम का प्रतीक बन गया।
डबल इंजन सरकार की ताकत और उपलब्धियां
सीएम योगी ने अपने संबोधन में डबल इंजन सरकार की ताकत को रेखांकित करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। पिछले 8 वर्षों में मिर्जापुर का कायाकल्प हुआ है।" उन्होंने मां विंध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज, विंध्य कॉरिडोर और 500 करोड़ की परियोजनाओं को सरकार की बड़ी उपलब्धियां बताया। इन परियोजनाओं में सड़क, पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े कार्य शामिल हैं, जो क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगे।
विंध्य कॉरिडोर: आस्था और अर्थव्यवस्था का नया आधार
विंध्य कॉरिडोर को मिर्जापुर की नई पहचान बताते हुए सीएम ने कहा कि इससे त्रिकोण दर्शन (विंध्यवासिनी, अष्टभुजा और कालीखोह) की सुविधा बेहतर हुई है। परिणामस्वरूप, मां विंध्यवासिनी धाम की वार्षिक आमदनी 5 गुना बढ़ गई है। इसके सुंदरीकरण के लिए बजट में धनराशि का प्रावधान किया गया है, जिससे यह धार्मिक स्थल और आकर्षक बनेगा। हाल ही में संपन्न प्रयागराज महाकुंभ (13 जनवरी से 26 फरवरी 2025) के दौरान भीड़ के दबाव को संभालने में कॉरिडोर की भूमिका को सराहते हुए योगी ने कहा, "यह धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।"
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और औद्योगिक विकास
मिर्जापुर को राष्ट्रीय विकास के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए सीएम ने बड़े कदमों की घोषणा की। उन्होंने कहा, "मिर्जापुर को जल्द ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे का सर्वे कर इसे मां विंध्यवासिनी धाम से जोड़ने की योजना है।" इसके साथ ही, एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित करने का प्रस्ताव भी सामने आया, जो रोजगार और आर्थिक समृद्धि का आधार बनेगा। बाणसागर परियोजनाओं के पूर्ण होने से किसानों को सिंचाई का लाभ मिल रहा है, जिससे कृषि क्षेत्र में भी प्रगति हो रही है।
स्मार्ट सिटी और शिक्षा का सुनहरा भविष्य
मिर्जापुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए जनप्रतिनिधियों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। योगी ने कहा, "यह शहर आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, लेकिन अपनी सांस्कृतिक पहचान को भी बनाए रखेगा।" साथ ही, मां विंध्यवासिनी के नाम पर एक विश्वविद्यालय स्थापित करने की घोषणा की गई, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित होगा। यह कदम स्थानीय छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर न जाना पड़े, इस दिशा में क्रांतिकारी साबित होगा।
जल जीवन मिशन और ODOP: जनकल्याण से स्वावलंबन तक
सीएम ने जल जीवन मिशन के अंतिम चरण में होने की जानकारी दी और कहा, "पिछली सरकारों ने मिर्जापुर को प्यासा रखा था, लेकिन अब हर घर को नल से स्वच्छ पानी मिलेगा।" गर्मियों में पेयजल संकट न हो, इसके लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए। वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना के तहत मिर्जापुर की पीतल और पत्थर कारीगरी को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर को आधुनिक तकनीक से लैस करने का वादा किया गया।
आकाशीय बिजली से सुरक्षा: जीवन रक्षा का मिशन
योगी ने आकाशीय बिजली से होने वाली मौतों को शून्य करने के संकल्प को दोहराया। उन्होंने बताया कि तीन साल पहले एक दिन में 90 लोगों की मौत की घटना के बाद अलार्मिंग तकनीक (तड़ित चालक) विकसित की गई। मिर्जापुर में जगह-जगह अलार्म उपकरण लगाए गए हैं, जिससे मृत्यु दर में कमी आई है। इस दिशा में और प्रयास जारी हैं ताकि प्राकृतिक आपदाओं से जानमाल की रक्षा हो सके।
हल्का-फुल्का माहौल और जनता से जुड़ाव
कार्यक्रम में सीएम ने मां विंध्यवासिनी के मुख्य पुरोहित और भाजपा विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र की चुटकी लेते हुए कहा, "महाकुंभ में पंडित जी की खूब कमाई हुई। पूछा कि गुफा में क्यों नहीं गए, तो बोले- कमाई के सीजन में गुफा भेज रहे हैं, ऑफ सीजन में जाऊंगा।" यह हल्का पल जनसभा में जीवंतता लेकर आया। मंदिर से निकलते वक्त बच्चों को चॉकलेट बांटते हुए योगी ने जनता से सीधा जुड़ाव भी दिखाया।
मिर्जापुर का सुनहरा भविष्य
मुख्यमंत्री ने मिर्जापुर को धार्मिक आस्था, आधुनिक विकास और आर्थिक समृद्धि के संगम के रूप में देखने का सपना साझा किया। 500 करोड़ की परियोजनाएं, विंध्य कॉरिडोर, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, स्मार्ट सिटी और विश्वविद्यालय जैसी योजनाएं इस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का वादा करती हैं। अष्टभुजा गेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने योजनाओं को सभी वर्गों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
मिर्जापुर अब केवल एक तीर्थस्थल नहीं, बल्कि विकास का एक नया मॉडल बनकर उभर रहा है। सीएम योगी का यह दौरा इस शहर के सुनहरे भविष्य की नींव रखने वाला साबित हो सकता है, जिसकी सफलता अब इन योजनाओं के धरातल पर उतरने की गति और प्रभाव पर निर्भर करेगी।