प्रयागराज (राजेश सिंह)। जस्टिस यशवंत वर्मा कैश केस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं की हड़ताल तीसरे दिन बृहस्पतिवार को भी जारी रही। बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं ने हाईकोर्ट के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन करते हुए जस्टिस वर्मा गो बैक के नारे लगाए। अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक जस्टिस वर्मा के तबादले की सिफारिश कोलेजियम द्वारा वापस नहीं ली जाती है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने जस्टिस वर्मा के खिलाफ नारेबाजी की। हाईकोर्ट गेट नंबर तीन पर अधिवक्ताओं ने कहा कि वह हाईकोर्ट को भ्रष्टाचार का अड्डा नहीं बनने देंगे। सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम से फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की गई। इस दौरान जस्टिस वर्मा गो बैक के नारे भी लगाए गए। उधर, इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी दो दिन से दिल्ली में हैं।
वह केंद्रीय विधि मंत्रालय के बुलावे पर कानून मंत्री से वार्ता के लिए वहां गए हैं। बताया जा रहा है कि उनकी कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से हुआ वार्ता सफल रही। अनिल तिवारी ने कानून मंत्री को हाईकोर्ट के वकीलों की भावनाओं से अवगत कराया और कहा कि इलाहाबाद में जस्टिस वर्मा का तबादला किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। बताया जा रहा है कि देश भर के उच्च न्यायालयों के बार एसोसिएशन के लोग इस मुद्दे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के साथ खड़े हैं।