गंगा के किनारे मिला शव, पांच आरोपी गिरफ्तार
प्रयागराज (राजेश सिंह)। यमुनानगर के करछना थाना क्षेत्र के सेमरहा गांव में इंटर के छात्र राजू उर्फ सूबेदार (17) की हत्या कर दी गई। उसका खून से लथपथ शव गंगा के किनारे मिला। उसके सिर पर फावड़े से प्रहार के गंभीर निशान पाए गए हैं। हत्या से गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस ने पिता की तहरीर पर मां-बेटे समेत आठ लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
खेती किसानी करने वाले सेमरहा गांव निवासी मानिकचंद्र निषाद के चार बेटे हैं। उनका सबसे छोटा बेटा राजू उर्फ सूबेदार (17) पास के गांव अमिलो में स्थित एक कॉलेज में इंटर का छात्र है। राजू शनिवार को गांव में आयोजित एक त्रयोदशाह कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए गया था। आरोप है कि गांव का ही रहने वाला करन निषाद अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर राजू उर्फ सूबेदार को बहाना बनाकर गंगा घाट की तरफ ले गया। रात्रि करीब ग्यारह बजे फावड़े से सिर पर प्रहार कर राजू की हत्या कर दी गई। इसके बाद सभी भाग निकले।
देर रात तक त्रयोदशाह कार्यक्रम से घर न लौटने पर परिवार के लोग परेशान हो गए। उसकी खोजबीन शुरू की गई। रविवार की सुबह गंगा घाट की तरफ उसका खून से लथपथ शव मिलने पर हड़कंप मच गया। परिवार के लोग भी मौके पर पहुंच गए। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पिता ने गांव के करन निषाद पुत्र दिनेश निषाद पर हत्या का शक जाहिर किया है। पिता की तहरीर पर करन निषाद उसकी मां सुषमा निषाद पत्नी दिनेश, गांव के ही अनीस निषाद, सूरज निषाद, सत्येंद्र निषाद, अमर निषाद और अजय निषाद के अलावा मेजा थाना क्षेत्र के बलुआ गांव निवासी बादल निषाद और दीपू निषाद के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने पांच आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
गांव के लोगों ने दबी जुबान बताया कि प्रेम प्रसंग को लेकर राजू की हत्या की गई है। मुख्य आरोपी करन निषाद के परिवार की किसी लड़की के साथ राजू का प्रेम प्रसंग चल रहा था। लड़की के घर वालों ने राजू को लड़की के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया था। इसको लेकर विवाद भी हुआ था। माना जा रहा है कि इसी के चलते राजू की हत्या की गई है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इसके बाद ही पता चल सकेगा कि वारदात के पीछे क्या कारण है।