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साइबर अपराधियों के हर हथकंडे से लड़ने को तैयार होगी यूपी पुलिस, जयपुर में होगी ट्रेनिंग

SV News

प्रयागराज (राजेश सिंह)। लगातार बढ़ते खतरों को देखते हुए यूपी पुलिस को अब साइबर अपराध के नए तरीकों क्रिप्टोकरेंसी व डार्क वेब तक के केस सॉल्व करने में एक्सपर्ट बनाया जाएगा। इसके लिए उन्हें जयपुर में हाई लेवल की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए हर जिले, इकाइयों से एडिशनल एसपी से लेकर एसआई स्तर तक के पांच-पांच पुलिसकर्मी चयनित किए जाएंगे।
पुलिस अफसरों ने बताया कि समय के साथ अपराध का स्वरूप भी लगातार बदल रहा है। साइबर अपराध के तौर तरीके भी रोज परिवर्तित हो रहे हैं। ऐसे में इन अपराधों से निपटने के तरीकों के साथ ही पुलिसकर्मियों व अफसरों को भी खुद को अद्यतन करना होगा। इसी को देखते हुए सेंट्रल डिटेक्टिव ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट जयपुर में अलग-अलग ऑफलाइन कोर्स शुरू किए गए हैं।
यहां देश भर के पुलिसकर्मियों व अफसरों को मौजूदा दौर में अपराध और उनसे निपटने के आधुनिक तरीकों व इसमें नवीनतम तकनीकों के प्रयोग के बारे में प्रशिक्षित किया जाता है। इसमें क्रिप्टोकरेंसी से लेकर डार्क वेब से संबंधित केसों की विवेचना व उनके निस्तारण का प्रशिक्षण भी शामिल है। इसके अलावा मौजूदा दौर में बड़ी चुनौती बने पेपर लीक संबंधित केस भी शामिल हैं।
इसी क्रम में यूपी से भी जवानों व अफसरों को प्रशिक्षण दिलाने की पहल की गई है। इसके तहत सभी जिले व इकाइयों से एसआई से लेकर एडिशनल एसपी तक के पांच-पांच पुलिसकर्मियों के नाम भेजने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय की ओर से प्रयागराज पुलिस आयुक्त को भी पत्र भेजा गया है।

पेपर लीक केस/कंप्यूटर आधारित परीक्षाएं आयोजित कराने में चुनौती
गुमशुदा बच्चों की तलाश
साइबर कानून प्रशिक्षण कार्यक्रम- नए आपराधिक कानूनों के तहत साइबर अपराध के मामलों का निस्तारण
क्रिप्टोकरेंसी व डार्क वेब केसों की जांच

ट्रेनिंग के लिए एसआई से लेकर एडिशनल एसपी स्तर तक के पांच नाम मांगे गए हैं। जल्दी ही इनकी सूची भेज दी जाएगी। - तरुण गाबा, पुलिस आयुक्त

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