प्रयागराज (केएन शुक्ल 'घंटी')। "माई भारत" योजना के अंतर्गत चल रहे छात्र पुलिस अनुभवात्मक शिक्षण कार्यक्रम (SPEL) के तहत यूनाइटेड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (FUGS), प्रयागराज के कुल 50 छात्रों को 30 दिनों तक प्रयागराज के विभिन्न थानों में प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिला। इस पहल का उद्देश्य युवाओं को पुलिसिंग के कार्य, व्यवस्था और ज़मीनी हकीकत से जोड़ना है।
छात्रों को चार प्रमुख थानों इंडस्ट्रियल एरिया, जॉर्जटाउन, अतरसुइया और नैनी में विभाजित किया गया, जहां उन्होंने अलग-अलग पुलिस प्रक्रियाओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया। नैनी थाना में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्रों की बात करें, तो वहाँ अजीत पाल, अमित पाल, अभिषेक कुमार सिंह, मही दीक्षित, मनीष यादव, रामजी मौर्या, आदित्य राज, अंशिका शुक्ला, साक्षी सिंह, हर्षित त्रिपाठी सहित कई अन्य विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इन सभी की ट्रेनिंग नोडल अफसर अमित द्विवेदी और मनीष कुमार के मार्गदर्शन में चल रही है।
छात्रों ने बताया कि अब तक उनकी ट्रेनिंग को एक सप्ताह हो चुका है और उन्होंने आगंतुक पटल, महिला संबंधी अपराध, महिला सशक्तिकरण से जुड़ी विशेष धाराएं, एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया तथा पुलिसकर्मियों की जीवनशैली के बारे में गहराई से सीखा।
इसके अतिरिक्त, उन्हें आधारशिला वृद्धाश्रम, नैनी का भ्रमण भी कराया गया, जहां उन्होंने वृद्धजनों से संवाद स्थापित किया, उनके अनुभवों को जाना और यह महसूस किया कि यह जुड़ाव भावनात्मक रूप से बहुत खास रहा।
वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों ने भी हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इन छात्रों से मिलकर उन्हें अपने बच्चों की याद आ गई। ऐसा प्रतीत हुआ मानो उनके अपने ही बच्चे उनसे मिलने आए हों।
इसके अलावा, नैनी थाना के छात्रों ने छिवकी स्टेशन पर जाकर भीड़ प्रबंधन का वास्तविक अभ्यास भी किया, जिससे उन्हें व्यावहारिक और जिम्मेदार पुलिसिंग का महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त हुआ।