प्रयागराज (राजेश सिंह)। भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अधिवक्ता चौंबर और मल्टीलेवल पार्किंग का उद्घाटन किया। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ समेत सुप्रीम कोर्ट के कई न्यायाधीश और केंद्रीय कानून राज्य मंत्री मौजूद रहे। इस मौके पर चौंबर आवंटन पोर्टल भी लॉन्च किया गया।
1973 से पहले जब मौलिक अधिकार और मौलिक कर्तव्यों के बीच में टकराव होता था तो मौलिक अधिकार को वरीयता दी जाती थी। लेकिन 1974 केशवनाथ भारती का मामला आया जिसमें बुनियादी संरचना का सिद्धांत दिया गया। इस सिद्धांत का अनुसरण करते हुए 50 साल हो गया है। बार और बेंच को बिना साथ लेकर चले हम आगे नहीं बढ़ सकते हैं। यह निर्माण कार्य सभी हाईकोर्ट के लिए आदर्श है। इससे प्रेरणा लिया जा सकता है।
भारत के मुख्य न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई बोल रहे हैं। आपरेशन सिंदूर के लिए न्यायिक अधिकारियों का अभिनंदन किया। प्रयागराज पहुंचने पर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। प्रयागराज से पुराना रिश्ता रहा है। कहा कि योगी तो पावरफुल है विक्रमनाथ भी पावरफुल जज हैं। अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर उद्घाटन होना गर्व की बात है। होल्कर ने सामाजिक हित के लिए बहुत कार्य किया। न्यायिक क्षेत्र में इलाहबाद हाईकोर्ट का नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाता है। मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू आदि है। हिंदी साहित्य महादेवी, हरिवंशराय, पंत, निराला, अकबर इलाहाबादी का नाम प्रमुख है। स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए चंद्रशेखर आजाद का नाम प्रमुख है। उन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया।
हमारे देश का संविधान 75 साल में मजबूती की ओर है। भारत प्रगति की ओर बढ़ रहा है। भारत के पड़ोसी देशों की स्थिति क्या है बताने की जरूरत नहीं है। अधिवक्ताओं के लिए इतनी बड़ी इमारत और इतनी सुविधाएं अन्य देश तो क्या दुनिया में कहीं नहीं है। वादकारी का भी हम ख्याल रख रहे हैं। वादकारियों के लिए व्यवस्था की जा रही है। देश का नागरिक न्याय के लिए आता है। उसका पूरा ख्याल हाईकोर्ट में रखा जाता है।
जजों के 12 बंगलों को तोड़कर यह पार्किंग बनाई गई है। बंगला छोड़ देना मामूली बात नहीं है। इसके लिए यहां के जजों के प्रति भी आभार जताया। अंबेडकर ने अंतिम ड्राफ्ट सामने रखा तो और जो भाषण दिया वह देश को एक दिशा देने वाला संबोधन था। कहा था कि आज हम वन पर्सन, वन वोट और वन वैल्यू की ओर जा रहे हैं। बाबा साहब ने चेतावनी दी कि जब तक हम देश में आर्थिक असमानता दूर नहीं कर पाएंगे तब तक देश में लोकशाही स्थापित नहीं कर पाएंगे।
विधि के शासन में बार, बेंच के अलावा वादकारी की बड़ी भूमिका होती है। उसकी सुविधाओं का भी ख्याल रखा गया है। मुकदमों की पैरवी के लिए हाईकोर्ट आने वाले मुवक्किल को पेड़ के नीचे नहीं बैठना पड़ेगा। उसके लिए भी वातानुकूलित प्रतीक्षालय बनाए गए हैं। न्यायिक गति तेजी बढ़े। सभी लोग बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बनाए गए संविधान के अनुरूप कार्य करेंगे ऐसी उम्मीद है।
आज दिन गौरवमयी दिन है। आज अहिल्या माता होल्कर की 300वीं जयंती है। प्राचीन काल से गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी प्रयागराज। धर्म, न्याय और ज्ञान के रूप में प्रयागराज पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित करता है। यह महाकुंभ की भूमि है। कौन ऐसा व्यक्ति होगा जो महाकुंभ में डुबकी लगाकर अभीभूत न हुआ हो। पीएम मोदी का मानना है का बार और बेंच के साथ वादकारी का भी उतना ही महत्व है। अपने आप में कैसा इंफ्रास्ट्रक्चर होना चाहिए यहां दिखता है। मल्टीलेवल पार्किंग से लोगों को लाभ मिलेगा। मल्टीलेवल पार्किंग तभी सफल होंगे जब कुछ जगह व्यवसायिक उपयोग के लिए हो।
मल्टीलेवल पार्किंग के साथ अधिवक्ता चौंबर और कैफेटेरिया की सुविधा है। अधिवक्ताओं के चौंबर वातानुकुलित चौंबर अधिवक्ताओं के गुस्से को शांत करेगा। जो कार्य कर रहे हैं हम लोग जब आए थे उस समय यूपी के दस जनपद ऐसे थे जहां जिला अदालत नहीं था। फूड कोर्ट के साथ पार्किंग की सुविधा भी मिलनी चाहिए। सात जनपदों में न्यायालय के लिए 1700 करोड़ रुपया स्वीकृत किया गया है। इंटीग्रेटेड कोर्ट काम्प्लेक्स में सभी सुविधाएं मिलेगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ बोल रहे हैं। मंच पर मौजूद न्यायाधीशों और अन्य अतिथियों का सीएम योगी स्वागत कर रहे हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार, बार काउंसिल ओर एडवोकेट एसोसिएशन के अधिवक्ताओं का स्वागत सीएम ने किया। सभी का नाम लेकर उनका अभिनंदन किया। सभी का यूपी की जनता की ओर से स्वागत किया।
12रू07 च्ड, 31-ड।ल्-2025सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश सूर्यकांत ने यूपी सरकार से कहा....हाईकोर्ट की इस बिल्डिंग के तर्ज पर प्रदेश के जिला अदालतों की आधारभूत संरचना पर ध्यान दे। उन्हें भी विकसित करें। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस विक्रमनाथ और जस्टिस सूर्यकांत ने संबोधित किया। सभी न्यायाधीशो और अधिवक्ताओं का स्वागत किया।
केंद्रीय विधि राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल बोल रहे हैं। मेघवाल बोले कि यदि जल्दी कार्य करना है तो योगी से सीख सकते हैं। महाकुंभ के भव्य आयोजन के लिए सीएम योगी के प्रति आभार जताया। पूरा देश अहिल्याबाई की त्रिशताब्दी जयंती मना रहा है। न्यायिक व्यवस्था के लिए निर्माण होना चाहिए यह अहिलाबाई का मंत्र है। गुड गवर्नेंस अहिल्याबाई से सीखा जा सकता है। संविधान को लागू हुए 75 वर्ष हो गया है। हमारे देश में शासन और प्रशासन की व्यवस्था अच्छी तरह से चल रही है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 21वीं सदी भारत की होगी। प्रयागराज महाकुंभ के लिए पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना।
विजन डाक्यूमेंट के माध्यम से निर्माण की जानकारी दी जा रही है। 12.35 हेक्टेयर में हाईकोर्ट स्थित है। एडवोकेट चौंबर बहुमंजिला पार्किंग का आज उद्घाटन किया गया। पहले 204 अधिवक्ता कक्ष मौजूद था। प्रथम तल चार एकड़ से अधिक है। संपूर्ण क्षेत्र 20 लाख वर्गफीट है। 1552 दो पहिया, 2283 चार पहिया वाहन खड़े कराए जा सकते हैं। 25 टॉयलेट का निर्माण किया गया है। 14 सीढ़ी, 24 लिफ्ट, वातानुकूलित प्रतीक्षालय, कैंटीन, का निर्माण कराया गया है। 680 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कराया गया है जो विश्वस्तरीय सुविधा पर आधारित है। द्वितीय चरण में वादकारी खंड का निर्माण कराया जाना है। इसका प्रस्ताव यूपी सरकार को भेजा गया है। नवनिर्मित चौंबर में 10 हजार से अधिवक्ता बैठ सकते हैं।
सीजेआई ने अधिवक्त चौंबर के आवंटन के ऑनलाइन पोर्टल का उद्घाटन रिमोट दबाकर किया। प्रोजेक्टर के माध्यम से पूरे निर्माण की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। वेब पोर्टल के माध्यम से आवंटन की पारदर्शी प्रक्रिया के बारे में बताया जा रहा है। कहा कि इसमें मानवीय हस्तक्षेप की संभावना शून्य है। अत्याधुनिक तकनीकि के माध्यम से पार्किंग की सुविधा है। हाईकोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन किया जा सकेगा।