नई दिल्ली। अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे की जांच नागरिक उड्डयन मंत्रालय की एजेंसी एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टीगेशन ब्यूरो (एएआईबी) करेगी। जांच में ब्रिटेन और अमेरिकी एजेंसियों की भी मदद ली जा सकती है। पहले भी जब इस तरह की विमान दुर्घटना होने पर कई देशों की जांच एजेंसियों के बीच सहयोग होता रहा है।
विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग की तरफ से दुर्घटना की अपने स्तर पर अलग से जांच कराए जाने की संभावना है। वैसे नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी बता रहे हैं कि एएआईबी की जांच में भी बोइंग की मदद ली जाएगी। पूरी जांच की रिपोर्ट आने में छह से नौ महीने का समय लग सकता है।
एएआईबी के अधिकारी पहुंचेंगे अहमदाबाद
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार दोपहर में अहमदाबाद-लंदन उड़ान संख्या एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आने के 30 मिनट के भीतर यह फैसला हो गया था कि इसकी जांच एएआईबी करेगी और कुछ ही देर बाद एएआईबी के अधिकारियों के अहमदाबाद पहुंचने की तैयारी भी हो गई।
एएआईबी ही देश में विमान सेवा देने वाले जहाजों की सुरक्षा का मानक तय करती है और किसी भी तरह की दुर्घटना की जांच करती है। भविष्य में इस तरह की दुर्घटना न हो, इसके लिए सुझाव भी देती है। दुर्घटना को लेकर बोइंग की तरफ से सूचना जुटाए जाने की खबर है। बोइंग इंडिया ने बताया है कि वह हादसे को लेकर एअर इंडिया के साथ संपर्क में है और जो भी मदद संभव है, उसे देने की कोशिश कर रही है।
विशेष टीम नियुक्त कर रही ब्रिटिश एजेंसी
इसके साथ ही बोइंग ने दुर्घटना में मारे गए यात्रियों, क्रू सदस्यों व अन्य लोगों के प्रति अपने संवेदना प्रकट की है।उधर, विमान हादसों की जांच करने वाली ब्रिटिश एजेंसी एयर एक्सीडेंट इंवेस्टीगेशन ब्रांच (एएआइबी) ने कहा है कि वह एअर इंडिया विमान दुर्घटना की भारतीय एजेंसी की अगुआई में होने वाली जांच में मदद करने के लिए एक विशेष टीम नियुक्त कर रही है।
चूंकि यह विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था और मृतकों में 53 ब्रिटिश नागरिक भी हैं। संभवत: इसलिए ब्रिटेन की सरकार ने यह फैसला किया है। ब्रिटेन के पीएम किएर स्टार्मर ने दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। जबकि अमेरिकी फेडरल एविएशन एजेंसी (एफएए) ने भी कहा है कि वह विमान हादसे की जांच में मदद करने को तैयार है।
माना जा रहा है कि भारत सरकार एफएए के इस आग्रह को स्वीकार करेगी। वजह यह है कि एफएए बोइंग के ड्रीमलाइनर विमानों को लेकर कंपनी से पूछताछ करती रही है। पिछले पांच वर्षों में दो बार एफएए ने बोइंग से ड्रीमलाइनर विमानों की सुरक्षा को लेकर जांच कर चुकी है।