लखनऊ (राजेश सिंह)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस माह गंगा दशहरा, बकरीद व जगन्नाथ रथ यात्रा को लेकर कड़े सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित कराए जाने का कड़ा निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि कहीं किसी नई परंपरा की शुरुआत न हो। बकरीद पर प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर भी सख्ती से रोक लगाई जाए। शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखे जाने का निर्देश भी दिया।
गंगा दशहरा पर्व के दृष्टिगत गंगा नदी के घाटों की साफ-सफाई व साज-सज्जा कराई जाए। चार जून को स्वच्छता कार्यक्रम व पांच जून की शाम आरती तथा अन्य आयोजन सुनिश्चित किए जाएं। घाटों पर स्नान के लिए स्थल निर्धारित किए जाए। सतर्कता के दृष्टिगत गोताखोरों, पीएसी की बाढ़ कंपनी, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की तैनाती रहे।
मुख्यमंत्री ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में कहा कि जनहित सर्वाेपरि है। फील्ड में तैनात प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी संवाद, सजगता व सतर्कता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। कहीं भी विवाद की स्थिति में थाना पुलिस तहरीर मिलने की प्रतीक्षा न करे और समय रहते प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। शांति, सुरक्षा व सौहार्द का माहौल बना रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पांच जून को गंगा दशहरा, सात जून को बकरीद व 24 जून को जगन्नाथ रथ यात्रा को देखते हुए विशेष सतर्कता बरती जाए। कानून-व्यवस्था की दृष्टि से यह समय अत्यंत संवेदनशील है। सभी डीएम व एसपी पिछले वर्षों में हुई घटनाओं की समीक्षा करें और उसके अनुरूप संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित कराएं। अराजकता फैलाने वालों की सूची तैयार कर उनकी निगरानी व निरोधात्मक कार्रवाई की जाए।
पीस कमेटियों से संवाद सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक मार्गों पर यातायात अवरुद्ध न हो। धार्मिक स्थलों के आसपास पुलिस नियमित गश्त करे। बकरीद पर कुर्बानी के लिए पूर्व निर्धारित स्थल चिन्हित रहें। निर्धारित स्थानों के अलावा कहीं कुर्बानी न हो। प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर पूरी तरह से रोक रहे। हर जिले में कुर्बानी के बाद अपशिष्ट निस्तारण की सुनियोजित व्यवस्था रहे।
नमाज परंपरागत स्थलों पर ही हो। कहीं भी सड़क मार्ग अवरुद्ध कर नमाज की अनुमति न दी जाए। आस्था का सम्मान हो लेकिन नई परंपराओं को प्रोत्साहित न किया जाए। मुख्यमंत्री ने बर्ड फ्लू को लेकर विशेष सतर्कता बरतने व सभी सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया। हिदायत दी कि स्लाटर हाउस में निर्धारित क्षमता से अधिक पशु न रखे जाएं।
अवैध स्लाटर हाउस किसी भी दशा में संचालित न हों। खुले में मांस की बिक्री न हो। कहा, निराश्रित गोआश्रय स्थलों में हरा चारा व पानी की समुचित व्यवस्था रहे। तेज हवा व आंधी के कारण बाधित बिजली आपूर्ति की स्थिति में तत्काल उसे दुरुस्त कराया जाए। जालौन में नून नदी के पुनर्जीवन का सफल माडल अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बने। इस वर्ष के पौधारोपण अभियान को नदी पुनरोद्धार के उद्देश्य से जोड़ा जाए। पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर श्एक पेड़ मां के नामश् थीम पर पौधारोपण कराया जाए। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 11वें संस्करण के आयोजन की तैयारियों को लेकर भी विस्तृत निर्देश दिए। कहा, निर्धारित योग प्रोटोकाल के तहत मास्टर ट्रेनर तैयार कर उन्हें जिलों में भेजा जाए।
सड़क दुर्घटनाओं पर जताई चिंता, कार्रवाई का निर्देश
मुख्यमंत्री ने बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जताई। उन्होंने रोड इंजीनियरिंग में सुधार, साइनेज, स्पीड ब्रेकर की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के साथ ही अवैध बस/आटो स्टैंड तत्काल हटाए जाने का निर्देश दिया। सड़क दुर्घटनाओं का आडिट कराकर जिम्मेदारी तय की जाए। सभी जिलों में सिविल डिफेंस इकाई के गठन को लेकर भी निर्देश दिए।
जनसुनवाई शासन की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने जनसुनवाई प्रणाली की समीक्षा भी की। अच्छा प्रदर्शन न करने वाले अधिकारियों को सुधार के लिए सख्त निर्देश दिए। कानून-व्यवस्था व जनसुनवाई शासन की प्राथमिकता है। आइजीआरएस व सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों का समाधान संतोषजनक व समयबद्ध हो। शिकायत का केवल निस्तारण नहीं, बल्कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि ही अंतिम मानक है।