लखनऊ। मऊ विधानसभा सीट के रिक्त होने के बाद शुरू हुई सियासी हलचल के बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बड़े राजनीतिक दांव की तैयारी कर ली है। बहराइच में 10 जून को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) महाराजा सुहेलदेव राजभर का विजय दिवस मनाएगी और इस आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। आयोजन से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी जोड़ने की तैयारी हो रही है।संभावना है कि प्रधानमंत्री मेले का वर्चुअल उद्घाटन कर सकते हैं।
प्रदेश की 62 विधानसभा सीटों पर राजभर समाज के मतदाताओं का सीधा प्रभाव माना जाता है। ऐसे में महाराजा सुहेलदेव की ‘विजय गाथा’ पर केंद्रित इस आयोजन को आगामी पंचायत और विधानसभा चुनावों के लिए जमीन तैयार करने की रणनीति भी माना जा रहा है। भाजपा के लिए यह हिंदुत्व के एजेंडे को भी धार देने का अवसर होगा, क्योंकि इससे पहले बहराइच में ही विदेशी आक्रांता सैयद सालार मसूद गाजी की याद में वर्षों से आयोजित होते आए जेठ मेले के आयोजन की इस वर्ष अनुमति नहीं दी गई थी। नतीजतन इस साल गाजी मियां का मेला नहीं आयोजित हो सका।
सैयद सालार मसूद गाजी विदेशी आक्रांता महमूद गजनवी का सेनापति था। मान्यता है कि 10 जून 1034 को बहराइच के नानपारा मैदान में हुए युद्ध में महाराजा सुहेलदेव ने सालार गाजी को मार गिराया था। उस ऐतिहासिक जीत की स्मृति में अब विजय दिवस मनाने की तैयारी है। महाराजा सुहेलदेव को राजभर समाज अपना गौरव मानता है। वहीं प्रदेश की 172 विधानसभा सीटों पर राजभर बिरादरी के मतदाताओं की खासी मौजूदगी है। इनमें से 62 सीटों पर राजभर मतदाताओं की तादाद 25 प्रतिशत से अधिक होने का दावा किया जाता है। इस लिहाज से राजभर समाज के वोटों का झुकाव किसी की भी जीत-हार का फैसला कर सकता है। इनमें अधिकांश सीटें पूर्वांचल के आजमगढ़, गोरखपुर, बस्ती और अयोध्या मंडलों की हैं।
सुभासपा अध्यक्ष व प्रदेश के पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में महाराजा सुहेलदेव के नाम पर मेला लगाए जाने की जानकारी देते हुए अपने राजनीतिक एजेंडे के भी सीधे संकेत दिए। उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेलदेव की विजय भारत के सम्मान का प्रतीक थी। कांग्रेस व सपा ने उनके इतिहास को उजागर नहीं होने दिया। राजभर ने प्रश्न उठाया कि क्यों कांग्रेस सरकार ने दशकों तक महाराजा सुहेलदेव राजभर की वीरगाथा को इतिहास की पुस्तकों से दूर रखा? कहा कि यह सवाल सिर्फ राजनीतिक नहीं है, यह हमारी अस्मिता, विरासत और बच्चों के भविष्य से जुड़ा है।
जिपं अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के जनता से चुनाव का प्रस्ताव भेजेंगे केंद्र को ओमप्रकाश राजभर ने पंचायत चुनाव को लेकर कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख चुनाव सीधे जनता से कराने का प्रस्ताव एक सप्ताह के अंदर केंद्र सरकार को भेज दिया जाएगा। मुख्यमंत्री भी इस प्रस्ताव से सहमत हैं।