प्रयागराज (राजेश सिंह)। अब स्वरूप रानी अस्पताल की अव्यवस्थाएं प्रशासन की निगाह से नहीं छुप सकेंगी और 24 घंटे डीएम की नजर अस्पताल पर होगी। जिसके लिए जिलाधिकारी के मोबाइल पर एसआरएन अस्पताल में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों का एक्सेस जोड़ दिया गया है। ऐसे में ऑफिस हो या घर, जिलाधिकारी जब चाहें अपने फोन से एसआरएन अस्पताल की व्यवस्थाओं का जाएजा ले सकेंगे।
एसआरएन अस्पताल में नए 250 इंटीग्रेटेड सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन सभी कैमरों की नजर अस्पताल के कोने-कोने पर रखी गई है। वहीं इन कैमरों का एक्सेस पहली बार जिलाधिकारी के मोबाइल पर किया गया है। ऐसे में डीएम जब चाहे, अपने मोबाइल पर एसआरएन अस्पताल की गतिविधियां को देख सकेंगे। बता दें कि इससे पहले एसआरएन अस्पताल में 96 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। जो कि पिछले एक साल से बंद पड़े थे।
इन कैमरों की मरम्मत का काम भी आधे-अधूरे तरीके से कराया गया था। जिस पर हाईकोर्ट ने जमकर नाराजगी जताई थी। बाद में जब पुराने कैमरों का सर्वे किया गया, तो करीब 90 फीसदी से अधिक कैमरे खराब स्थिति में पाए गए। इन कैमरों की लाइन तक काट दी गई थी। ऐसे में जिला प्रशासन के निर्देश पर 250 नए कैमरों को लगाया गया। इसके अलावा किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से निपटने के लिए कैमरों का एक्सेस डीएम के मोबाइल पर कर दिया गया।
एसआईसी के कमरे में लगी नई एलईडी टीवी
प्रमुख अधीक्षक कार्यालय में 56 इंच की एलईडी टीवी लगाई गई है। जिसमें 64 कैमरों के डीवीआर को जोड़ा गया है। इसके अलावा ट्रामा, ह्दय रोग, गैस्ट्रोलॉजी, पुरानी ओपीडी, न्यू ओपीडी ब्लॉक, पुरानी बिल्डिंग व पीएमएसएसवाई बिल्डिंग में सीसीटीवी कैमरों को लगाने के साथ उनका डीवीआर स्थापित किया गया है।
50 सुरक्षा कर्मी हुए तैनात
एसआरएन अस्पताल की सुरक्षा को प्रमुखता देते हुए 10 नए सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। ऐसे में सुरक्षा कर्मियों की संख्या 46 से बढ़कर 56 हो गई है। इन सभी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती जिला पूर्व सैनिक कल्याण समिति के तरफ से की गई है।
अस्पताल में सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किया जा रहे हैं। जिसके लिए सुरक्षा कर्मियों की संख्या को बढ़ाने के साथ नए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। इन सभी कैमरों का एक्सेस जिलाधिकारी के मोबाइल पर भी है। - डॉ. संतोष सिंह, सर्जन व मीडिया प्रभारी, एमएलएन मेडिकल कॉलेज।