प्रयागराज (राजेश सिंह)। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की शिक्षा का व्यवसायीकरण सम्बंधी जांच समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष डॉ मानवेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में एवं विधान परिषद समिति के सदस्य अंगद सिंह, सदस्य सुरेन्द्र चौधरी, सदस्य डॉ बाबू लाल तिवारी, मुनेश कुमार उपसचिव/समिति अधिकारी सुधीर कुमार यादव प्रतिवेदक, आशीष सिंह अपर निजी सचिव की उपस्थिति में मंगलवार को सर्किट हाउस के सभागार में आयोजित हुई। बैठक में अध्यक्ष के द्वारा शिक्षा का व्यवसायीकरण रोके जाने एवं इसके अतिरिक्त शिक्षा विभाग से सम्बंधित अन्य विचारणीय 32 एजेंडा बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी।
बैठक में अध्यक्ष के द्वारा सम्बंधित अधिकारियों से इंजीनियरिंग/मैनेजमेंट/ डिप्लोमा/आईटीआई कालेजों में पढ़ने वाले छात्रों के साथ वर्ष 2021 के पश्चात हुई दुर्घटनाओं के बारे में जानकारी लेते हुए इनमें पढ़ने वाले छात्रों के लिए दुर्घटना की स्थिति में क्षतिपूर्ति हेतु उनके एवं अभिभावकों का अभियान चलाकर बीमा फार्म भरवाकर इंश्योरेंस कराये जाने की व्यवस्था कराये जाने के निर्देश दिये है। उन्होंने साथ ही सम्बंधित अधिकारियों से पुलिस एवं परिवहन विभाग से समन्वय कर छात्रों के साथ होने वाले दुर्घटनाओं से सम्बंधित आंकड़े एकत्र करने के निर्देश दिए है। समिति के द्वारा स्कूलों में बच्चों के द्वारा जमा की गयी काशन मनी की वापसी के लिए की गयी व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि बच्चों के काशन मनी को कोर्स पूर्ण होने के पश्चात अनिवार्य रूप से उनको उपलब्ध करायी जाये, इसके लिए प्रवेश के समय ही उनके बैंक अकाउंट से सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर लिया जाये तथा कोर्स पूर्ण होने के पश्चात नो ड्यूज प्राप्त कर उनके खाते में आरटीजीएस के माध्यम से अंतरित करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
बैठक में समिति के द्वारा विद्यालयों के वाहनों के पंजीयन तथा चालक/परिचालक का वेरीफिकेशन एवं स्वास्थ्य परीक्षण अभियान चलाकर कराये जाने के लिए कहा गया है। जानकारी ली गयी कि स्कूली बस में छात्र-छात्राओं के अलावा और कौन लोग वाहन में चलते है। बताया गया कि प्रत्येक स्कूली बस में एक वाहन चालक, परिचालक होते है। अध्यक्ष के द्वारा निर्देशित किया गया कि प्रति वर्ष चालक, परिचालक का सत्यापन अनिवार्य रूप से हो तथा वाहन में सीसीटीवी कैमरा भी क्रियाशील होना चाहिए। इसके अलावा निर्देशित किया गया कि छात्राओं के स्कूली बस में एक महिला अटेंडेंट की व्यवस्था किये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाये। अध्यक्ष के द्वारा कहा गया कि वाहनों की परमिट एवं फिटनेस अनिवार्य रूप से हो। बिना परमिट के संचालित किये जाने एवं 15 वर्ष से अधिक के स्कूली बसों के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा स्कूली बसों का जून माह में ही फिटनेस अनिवार्य रूप से कराये जाने के लिए निर्देशित किया है।
बैठक में अध्यक्ष एवं समिति के द्वारा जानकारी ली गयी कि कक्षा-8 तक के मान्यता प्राप्त विद्यालयों में कितने ऐसे विद्यालय है, जहां पर बिना अनुमति के कक्षा-9 एवं 10 की कक्षाएं भी संचालित की जाती है। उन्होंने सम्बंधित जनपदों के जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ऐसे विद्यालयों को जांच अभियान चलाकर चिन्हित करते हुए इनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही किये जाने के लिए कहा है। ऐसे प्राथमिक विद्यालयों, जिनमें शिक्षा विभाग के द्वारा इस्टीमेट जमा किया जा चुका है, परंतु अभी तक विद्युत संयोजन का कार्य नहीं हुआ है, ऐसे विद्यालयों में विद्युत संयोजन के लिए में अध्यक्ष एवं समिति के अन्य सदस्यों के द्वारा विद्युत विभाग को निर्देशित किया गया कि ऐसे विद्यालयों में तत्काल विद्युत कनेक्शन देने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। इसके साथ ही साथ अध्यक्ष के द्वारा विद्यालयों में मिड-डे मील की गुणवत्ता, शौचालय की उपलब्धता एवं साफ-सफाई की व्यवस्था के बारे में जानकारी लेते हुए उन्होंने सभी विद्यालयों में गुणवत्तायुक्त मीनू के अनुसार मिड-डे मील बनाये जाने तथा वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा नियमित अंतराल पर विद्यालय पहुंचकर स्वयं उसकी गुणवत्ता की जांच करने एवं विद्यालयों में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिए। स्कूलों में तैनात रसोईयों के मानदेय का भुगतान समय से सुनिश्चित किये जाने के लिए कहा है। उन्होंने आरबीएसके योजना के तहत स्कूलों में बच्चों का कराये जाने वाले स्वास्थ्य परीक्षण के बारे में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी से समन्वय कर फिजिशियन एवं सर्जन से सलाह कर बच्चों की उम्र के अनुसार आवश्यक दवाईयों एवं फर्स्ट एड किट का बैग बनाकर अपने स्तर से विद्यालयों को उपलब्ध करायें तथा समय-समय पर उसकी जांच भी करते रहे।
बैठक में अध्यक्ष के द्वारा जानकारी प्राप्त की गयी कि कितने ऐसे विद्यालय है, जहां पर प्रतिबंधित निर्धारित मानक दूरी के अंदर शराब की दुकाने है। उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि इसका कडाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाये कि विद्यालयों के आस-पास प्रतिबंधित निर्धारित सीमा के अंदर कोई भी शराब की दुकान न रहे। उन्होंने नशे की दुकानों पर चौकसी बरतने तथा बच्चों को नशीले पदार्थों से दूर रखने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है। समिति ने चिन्हित ब्लैक स्पॉटो एवं इसके अतिरिक्त अन्य दुर्घटना बाहुल्य स्थलों को ब्लैक स्पाट के रूप में चिन्हित करते हुए वहां पर संकेतक व सभी सिक्योरटी मेजर्स की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के लिए कहा है। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह होने वाली सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जनप्रतिनिधियों को भी सम्मिलित किया जाये। जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से कार्यालय में सृजित पद के सापेक्ष कितने पदों पर कर्मचारियों की नियुक्ति है एवं शिक्षकों को कार्यालय से सम्बंधीकरण के बारे में जानकारी लिए जाने पर जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा बताया गया कि लगभग सभी पदों पर कर्मचारियों की नियुक्ति है एवं कार्यालय से शिक्षकों को सम्बद्ध नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि कोई भी बाहरी व्यक्ति से कार्यालय का कार्य न लिया जाये एवं एक पटल पर तीन वर्ष से अधिक अवधि से तैनात कार्मिक का पटल परिवर्तन अवश्य किया जाये।
कोचिंग सेंटरों के रजिस्ट्रेशन तथा उनमें उपलब्ध सीट एवं उपलब्ध सीट के सापेक्ष बच्चों की उपस्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए समिति के द्वारा निर्देशित किया गया कि कोचिंग संचालन के लिए निर्धारित मानकों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाये। समिति के द्वारा निर्देशित किया गया कि सीबीएससी, आईसीएससी अथवा यूपी बोर्ड द्वारा प्रदत्त मान्यता प्राप्त विद्यालयों के द्वारा विधि विरूद्ध ढंग से अन्य शाखाओं के संचालन के बारे में जांच कर उन पर आवश्यक कार्यवाही की जाये। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक से सीबीएससी, आईएससी बोर्ड के विद्यालयों की प्रतिवर्ष होने वाली फीस निर्धारण समिति की बैठक अनिवार्य रूप से कराये जाने के निर्देश दिए है।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी प्रयागराज रविन्द्र कुमार माँदड़ ने अध्यक्ष व समिति के सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि समिति के द्वारा जो निर्देश दिए गए है, उसका कड़ाई से सभी सम्बंधित अधिकारियों के द्वारा अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। बैठक में जिलाधिकारी प्रतापगढ़ शिव सहाय अवस्थी व जनपद प्रयागराज एवं जनपद प्रतापगढ़ के सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।