प्रयागराज (राजेश सिंह)। रेलवे स्टेशनों और चलती ट्रेनों में यात्रियों के मोबाइल पर नजर गड़ाए शातिर चोर पिंटू साकेत की मंशा पर जीआरपी ने पानी फेर दिया। शनिवार सुबह करीब 11:15 बजे प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक के पास इंटरसिटी साइड लाइन पर रेलवे कालोनी जाने वाले रास्ते के गेट पर वह यात्रियों की रेकी कर रहा था। मौका मिलते ही मोबाइल छीनकर भागने की योजना थी, लेकिन जीआरपी की सतर्क टीम ने उसकी संदिग्ध हरकतों को भांप लिया। प्रभारी निरीक्षक राजीव रंजन उपाध्याय के नेतृत्व में उप-निरीक्षक राजकुमार चौहान और उनकी टीम ने उसे घटना को अंजाम देने से पहले ही धर दबोचा।
पूछताछ में पिंटू ने पहले खुद को निर्दोष बताने की कोशिश की, लेकिन कड़ाई से पूछताछ में वह टूट गया। उसके कब्जे से दो चोरी के टच स्क्रीन मोबाइल बरामद हुए। IMEI नंबर जांचने पर पता चला कि ये मोबाइल चोरी के दर्ज मुकदमों से संबंधित हैं। इनकी कीमत करीब 50,000 रुपये है। पिंटू ने कबूला कि वह चलती ट्रेनों और स्टेशनों पर यात्रियों के मोबाइल छीनता या चुराता था, फिर उन्हें बेचकर ऐशो आराम की जिंदगी जीता था।
32 वर्षीय पिंटू साकेत, मऊगंज (रीवा, मध्य प्रदेश) का रहने वाला है और इसका आपराधिक इतिहास भी लंबा है। इसके खिलाफ जीआरपी प्रयागराज में आर्म्स एक्ट और चोरी से संबंधित पांच मामले दर्ज हैं। अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे और पुलिस अधीक्षक रेलवे प्रयागराज के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत क्षेत्राधिकारी अरुण कुमार पाठक के पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई हुई। जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम अब पिंटू को न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है। इस कार्रवाई ने यात्रियों में सुरक्षा का भरोसा जगाया है।