काठमांडू। नेपाल में जारी विरोध प्रदर्शनों में अब तक मरने वालों की संख्या 18 पहुंच गई है। जबकि 200 से ज्यादा घायल हैं। कई जगह पर प्रदर्शनकारियों ने सेना पर पथराव किया है।
हिंसा के बाद स्थानीय प्रशासन ने राजधानी के कई हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया है। काठमांडू के अलावा, ललितपुर जिले, पोखरा, बुटवल और सुनसराय जिले के इटाहारी में भी कर्फ्यू के आदेश जारी किए गए। काठमांडो में संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, उपराष्ट्रपति आवास और प्रधानमंत्री कार्यालय के आसपास के क्षेत्रों में प्रतिबंधात्मक आदेश लागू कर दिया गया है। इन क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही, प्रदर्शन, बैठक, जमावड़ा या धरना-प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं होगी।
नेपाल के गृहमंत्री रमेश लेखक ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोमवार शाम प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को प्रधानमंत्री आवास पर कैबिनेट बैठक के दौरान अपना इस्तीफा सौंपा। बैठक में मौजूद एक मंत्री के अनुसार, लेखक ने नैतिक आधार पर इस्तीफा दिया है।
इससे पहले नेपाली कांग्रेस के महासचिव गगन थापा और विश्व प्रकाश शर्मा ने कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक में लेखक के इस्तीफे की मांग की थी। कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन लेखक ने बैठक में अपने इस्तीफे की मंशा जताई और फिर कैबिनेट बैठक में औपचारिक तौर पर इस्तीफा दे दिया। गौरतलब है कि रमेश लेखक को 15 जुलाई 2024 को गृहमंत्री नियुक्त किया गया था।
भारत और नेपाल के 1751 किमी लंबे खुले बॉर्डर की हिफाजत कर रहा केंद्रीय अर्धसैनिक बल सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) अलर्ट पर है। हालांकि नेपाल में हो रही हिंसा के मद्देनजर, बॉर्डर पर अतिरिक्त फोर्स नहीं लगाई जा रही है। सीमा पर जितने भी संवेदनशील प्वाइंट हैं, उन पर पैनी नजर रखी जा रही है।
काठमांडू में लोगों ने कथित भ्रष्टाचार और फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हाल ही में लगाए गए प्रतिबंध को लेकर सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। नेपाल का स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, आज के विरोध प्रदर्शन में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और 250 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं।
नेपाल में सोशल मीडिया पर पाबंदी और सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ युवा सड़कों पर उतर आए हैं। सोमवार को नेपाल की राजधानी काठमांडो के साथ-साथ पोखरा, चितवन, नेपालगंज और बिराटनगर समेत कई शहरों में युवाओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। हजारों प्रदर्शनकारी संसद परिसर में घुस गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जगह-जगह झड़पें हुईं। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई है और 250 से अधिक घायल हुए हैं।