आईजी स्थापना ने भेजा रिमाइंडर, अब देखना है जिले के पुलिस अधिकारी कितना करते हैं पालन
प्रयागराज (राजेश सिंह)। कमिश्नरेट में पुलिस का इकबाल पुलिस के नुमाइंदे ही खत्म कर रहे हैं। सभी पुलिस थानों में कई पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो ट्रांसफर के बाद भी अंगद की तरह पैर जमाए बैठे हैं। जिनके क्षेत्र के अपराधियों से भी प्रगाढ रिश्ते हो चुके हैं। अपराधियों के साथ ये पुलिसकर्मी अवैध धंधों में लिप्त हैं और पुलिस की गुप्त सूचनाएं तक अपराधियों तक पहुंचा रहे हैं। जब तक थानों से इन अंगदों को नहीं उखाड़ा जाएगा तब तक पुलिस के विभीषण नहीं मर पाएंगे। वहीं कई दरोगा और सिपाही ट्रांसफर के बाद भी कुर्सी नहीं छोड़ रहे हैं और अंगद की तरह पांव जमाए हुए हैं। जिसमें यमुनानगर व गंगानगर जोन के विभिन्न कार्यालयों पर भी ट्रांसफर हुए पुलिसकर्मी पांव जमाए हुए हैं। इसी तरह सहायक पुलिस आयुक्त कार्यालयों, घुड़सवार पुलिस, परिवहन शाखा में माउंट पुलिस में तथा कमिश्नरेट प्रयागराज के कार्यालयों में ऐसे अधिकारी और कर्मचारी नियुक्त हैं, जिनका ट्रांसफर एक वर्ष से पहले का हुआ है, अपने नव नियुक्त जनपद में नहीं गए हैं। इसका क्या कारण है?, जबकि बताया गया कि ऐसे पुलिसकर्मियों को एडिशनल पुलिस कमिश्नर एन कोलांची के यहां सबको रिलीव करना है।
कुछ पुलिसकर्मियों के पुलिस उच्चाधिकारी और नेताओं से अच्छे सम्बन्ध हैं। जिसके कारण उनका थाने से तबादला ही नहीं होता है। कोई नया अधिकारी आने पर इनका तबादला भी हो जाता है तो ये पुलिसकर्मी इधर-उधर से जुगाड़ बैठाकर फिर वहीं लौट आते हैं।
थानों में कई अच्छे, ईमानदार और पुलिस के समर्पित पुलिसकर्मी भी हैं। उनका अपराधियों में पूरा खौफ भी है। पुलिस के बड़े खुलासों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है, लेकिन थानों में अपराधियों से साजबाज होकर काम कर रहे पुलिसकर्मियों के कारण कुछ अच्छे पुलिसकर्मियों पर भी उंगली उठना शुरू हो जाती है।
आईजी स्थापना नचिकेता झा ने रिमाइंडर भेजा है। अब देखना होगा कि कमिश्नरेट के अधिकारी पालन करेंगे या पूर्व के आदेशों की भाँति यह आदेश भी धूल फाँकेगा।