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जमीन सांकेतिक फोटो |
प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगानगर के सोरांव तहसील क्षेत्र में महरूडीह में प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग पर स्थित लगभग 16 करोड़ रुपये की ग्राम पंचायत की जमीन को भूमाफिया ने फर्जीवाड़ा कर अपने नाम दर्ज करा लिया था। डीएम ने इस मामले में एसडीएम सोरांव एचएल सैनी को जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। एसडीएम ने नायब तहसीलदार मध्यवर्ती से इस फर्जीवाड़ा की जांच कराई थी। इसके बाद जमीन ग्राम पंचायत के नाम बंजर खाते में दर्ज करा दी गई। इस प्रकरण में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराने का आदेश हो गया है।
सोरांव तहसील का महरूडीह गांव अब नगर निगम में शामिल हो गया है। यहां की लगभग एक बीघा आठ बिस्वा जमीन ग्राम पंचायत के नाम थी, जो बंजर खाते में दर्ज थी। वार्ड संख्या 39 मलाक हरहर की पार्षद आरती मौर्य व प्रमोद मौर्य ने शिकायत की तो जांच कराई गई। इस जमीन को भूमाफिया ने फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर अपने और अपनी पत्नी के नाम दर्ज करा लिया था। इसकी जांच नायब तहसीलदार मध्यवर्ती से कराए जाने पर महरूडीह निवासी हीरालाल यादव पुत्र रणविजय एवं कुसुम देवी पत्नी हीरालाल यादव का फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नाम दर्ज होने की शिकायत सही पाई गईं।
इस मामले ने एसडीएम सोरांव ने जमीन ग्राम सभा में वापस दर्ज करा दिया। साथ ही भूमाफिया के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया। इस जमीन की लगभग 16 करोड़ रुपये की कीमत राजस्व विभाग ने आंकी है। दरअसल, प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग पर नगर निगम की सीमा में लगभग 50 लाख रुपये बिस्वा जमीन की कीमत है। इस कार्यवाही से क्षेत्र के भूमाफिया में हड़कंप मच गया है।
एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर, स्याही नई व कागज पुराना, होगी फोरेंसिक जांच
जांच में पता चला है कि वर्ष 1993 में फर्जी पट्टा का कागज बनवाया गया। इसमें एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर कर दिए गए। पट्टा के लिए कागज तो पुराना उपयोग हुआ मगर स्याही नई होने से फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया। एसडीएम ने बताया कि इस मामले में अब फोरेंसिक जांच कराई जाएगी।
भूमि पर अब बनेगा 50 बेड का सरकारी अस्पताल
अब यह जमीन सरकारी अस्पताल के लिए दी जाएगी। यहां पर 50 बेड का सरकारी अस्पताल बनाया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि यह जमीन पहले से अस्पताल के लिए ही चिह्नित थी, मगर इस बीच भूमाफिया ने ग्राम सभा की इस जमीन को फर्जीवाड़ा कर हड़पने का प्रयास किया।