नई दिल्ली। 19 वर्षीय डी गुकेश ने 2025 क्लच शतरंज चौंपियंस शोडाउन में हिकारू नाकामुरा को रैपिड गेम में हराकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। यह जीत मुश्किल परिस्थितियों में गुकेश के शांत स्वभाव और बेहतरीन खेल की सूचक है, जो भारत को वैश्विक शतरंज में एक प्रमुख शक्ति के रूप में स्थापित कर रही है और भारतीय युवा खिलाड़ी विश्व पटल पर शतरंज का परचम लहरा रहे हैं।
19 साल के भारतीय खिलाड़ी डी गुकेश ने सेंट लुइस में हुए बड़े क्लच शतरंज चौंपियंस शोडाउन 2025 में एक बड़ा कमाल किया। उन्होंने रैपिड गेम में अमेरिका के बड़े खिलाड़ी हिकारू नाकामुरा को काले मोहरों से हरा दिया। यह जीत ऐसे समय आई है जब कुछ ही दिन पहले नाकामुरा ने गुकेश के राजा को दर्शकों के बीच फेंककर हंगामा खड़ा कर दिया था।
शांत तरीके से मिली जीत
गुकेश की यह जीत दिखाती है कि वह कितने शांत और सही चालें चलते हैं। नाकामुरा, जो ऑनलाइन तेज गेम खेलने में माहिर हैं, उनके सामने गुकेश ने बीच का खेल आराम से खेला और आखिरी चालें बहुत अच्छी तरह से चलकर गेम जीत लिया।
जीत के बाद, गुकेश ने कोई ड्रामा नहीं किया और चुपचाप मोहरों को बोर्ड पर वापस रख दिया। सोशल मीडिया पर उनके इस श्शांत अंदाजश् की बहुत तारीफ हुई और इसे अच्छी खेल भावना कहा गया।
पिछली लड़ाई का जवाब
कुछ हफ़्ते पहले चेकमेट यूएसए बनाम भारतश् टूर्नामेंट में नाकामुरा ने गुकेश के राजा को फेंक दिया था, जिससे बड़ा विवाद हुआ था। मगर इस नए गेम में, जहां थोड़ा टेंशन था, दोनों खिलाड़ियों ने अच्छी तरह से खेला। नाकामुरा ने गुकेश को जीत की बधाई दी और इस युवा भारतीय की पक्की सोच और अच्छी चालों की तारीफ की।
भारत बन रहा शतरंज का पावर हाउस
गुकेश की यह जीत बताती है कि पूरी दुनिया में शतरंज के खेल में भारत का नाम कितना बड़ा हो रहा है। विश्वनाथन आनंद के बाद, गुकेश के साथ आर. प्रज्ञानंदधा और अर्जुन एरिगैसी जैसे और भी युवा खिलाड़ी भारत को शतरंज में एक ताकतवर देश बना रहे हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि मुश्किल हालात में भी गुकेश का इतना शांत रहना एक चौंपियन की पहचान है।
