खानपुर के चेना का पूरा मजरे में निर्माणाधीन नाली लोगों के लिए बनी आफत
मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। एक समय था जब विधायक के फरमानों को तवज्जो दिया जाता था। चाहे वह सरकारी महकमा हो या कोई अन्य महकमा। समय बदला और कमीशनखोरी ने विधायकों और सांसदों के फरमानों को हल्का कर दिया, यही कारण है कि अब फरमान जारी नहीं होता बल्कि माननीयों द्वारा ठेकेदारों से निवेदन किया जाने लगा है।
मेजा विधायक निधि से उरुवा विकास खंड अंतर्गत खानपुर ग्राम सभा के चेना का पूरा मजरे के पटेल बस्ती में 200 मीटर की पक्की नाली निर्माण कार्य हेतु पंजीकृत फर्म को ठेका स्वीकृत किया गया था। ठेकेदार ने निर्माण कार्य का शुभारंभ अनियमितता से किया। मेजा रोड -सिरसा मुख्य मार्ग से पटेल बस्ती होते हुए यादव बस्ती तक लोक निर्माण विभाग द्वारा पूर्व में निर्मित काली सड़क के बीचोंबीच खुदाई कर नाली निर्माण शुरू कराया। उक्त नाली निर्माण राममिलन पटेल के घर से तालाब तक निर्माण करना था। लगभग डेढ़ सौ मीटर तक नाली निर्माण हो गया। उसके बाद एक महिला के मना करने पर उक्त नाली निर्माण कार्य लगभग चार माह पूर्व रोक दिया गया।
ग्रामीणों ने बारिश के दौरान आवागमन में हो रही परेशानी का हवाला देते हुए नाली निर्माण पूरा करने और सड़क पर रखे मिट्टी को हटवाने के लिए कहां तो संबंधित ठेकेदार ग्रामीणों को आश्वासनों की घुट्टी पिलाने लगा। बारिश के दौरान आये दिन ग्रामीण बाइक से अधूरे नाली में गिरकर चुटहिल होते रहे लेकिन ठेकेदार इतने पर भी आश्वासन ही देता रहा। एक माह पूर्व ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान सुरेश प्रसाद शुक्ल के आवास पर एक कार्यक्रम में शामिल होने आए मेजा विधायक से शिकायत किया। मजे की बात तो यह है कि उक्त अवसर पर ठेकेदार भी साथ में था। विधायक ने ठेकेदार से तत्काल नाली निर्माण और मार्ग खाली करवाने का फरमान जारी किया। एक माह बीत गया न तो ठेकेदार का पता चल रहा है और ना ही विधायक के फरमान का असर दिखाई दे रहा है, जो लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।