प्रयागराज (राजेश सिंह)। सोमवार की रात दीपावली पर लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। देर रात तक लोग पटाखे जलाते दिखे। इसमें तमाम लोग ऐसे भी रहे जो खुद इन तेज पटाखों की चपेट में आ गए और सीधे अस्पतालों में पहुंच गए।
तेज बहादुर सप्रू अस्पताल (बेली) के ट्रामा सेंटर रात करीब 11 बजे एक 10 वर्षीय छात्र पहुंचा जो कटरा का रहने वाला है। सुतली बम फोड़ते समय उसका दाहिना हाथ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। मांस के टुकड़े तक बाहर आ गए थे। ड्यूटी पर तैनात डॉ. शहाबुद्दीन व अन्य डॉक्टराें ने उसका इलाज किया और एक्स-रे आदि कराया। बेहतर इलाज के लिए उसे स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
बेली अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार अखौरी ने बताया, रात में 7 लोग पटाखों की चपेट में आने से पहुंचे थे। जिसमें 10 वर्ष के बच्चे को दिक्कत ज्यादा थी बाकी सब सही हैं।
स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल अस्पताल, तेज बहादुर सप्रू अस्पताल, मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल काल्विन की इमरजेंसी में 40 से ज्यादा ऐसे लोग पहुंचे थे जिसमें पटाखों से किसी के आंखों में दिक्कत हो गई तो किसी के हाथ व शरीर के अन्य हिस्से में नुकसान पहुंचे हैं।
स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के सर्जन डॉ. संतोष सिंह ने बताया कि 20 से ज्यादा लोग पटाखों की चपेट में आने से ट्रामा सेंटर पहुंचे थे, जिसमें तीन-चार को एडमिट किया गया था बाकी काे इलाज करके छोड़ दिया गया था। यही स्थिति काल्विन अस्पताल में भी रही। यहां 12 से ज्यादा लोग पटाखों की चपेट आने से पहुंचे थे।