मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। तहसील क्षेत्र में नशे की बढ़ती समस्या के खिलाफ हाल ही में एक महत्वपूर्ण आंदोलन शुरू हुआ है। स्थानीय निवासियों और युवा संगठनों ने क्षेत्र को स्मैक और गांजा मुक्त बनाने की मांग की है।
इस आंदोलन का नेतृत्व यमुना पाल विकास मंच जैसे युवा संगठन कर रहे हैं, जिसका गठन मेजा के नौजवानों ने किया है। इन संगठनों ने तहसील दिवस के दौरान अधिकारियों का घेराव कर अवैध नशे के कारोबार पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।
आंदोलनकारियों का कहना है कि नशाखोरी के कारण मेजा में कई सामाजिक और व्यक्तिगत समस्याएँ बढ़ रही हैं। युवा नशे के आदी होकर चोरी, लूटपाट और छिनैती जैसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं, जिससे क्षेत्र की शांति भंग हो रही है। उनका मानना है कि नशा मुक्ति अभियान से ही नौजवानों का भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है।
यह आंदोलन केवल अवैध नशे के खिलाफ एक सामूहिक विरोध नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र के आम जनमानस के हितों की रक्षा और मेजा को एक सुरक्षित तथा अपराध-मुक्त जगह बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्थानीय लोगों का समर्थन इस पहल को मजबूती दे रहा है।
इस आंदोलन में सर्वेश तिवारी, बाबा रामशिरोमणि, पप्पू जटाशंकर, रमाशंकर, रामू, के.के. त्रिपाठी, एम.के. शुक्ला, ए.के. अनिल पाण्डेय और दीपक सहित कई स्थानीय लोग शामिल हैं।
