प्रयागराज (राजेश सिंह)। जनपद प्रयागराज में आगामी माघ मेला के आयोजन के दृष्टिगत आपदा प्रबंधन की कार्यवाहियों को बेहतर करने के उद्देश्य से एवं दिनांक 22 एवं 23 दिसम्बर, 2025 को प्रस्तावित सिम्पोजियम कम टेबल टॉप एक्सरसाइज के सम्बंध में मेला प्राधिकरण के आईसीसीसी सभागार में आपदा प्रबंधन की बैठक उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में पुलिस आयुक्त जोगेन्द्र कुमार, जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा, मेलाधिकारी श्री ऋषिराज तथा अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में भीड़ प्रबंधन, विभिन्न मार्गों पर बनाये गये पार्किंग स्थलों पर व्यवस्था, फायर, होल्डिंग एरिया, आपातकालीन व्यवस्था, जल पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, रेलवे, रोडवेज, विद्युत सहित अन्य विभागों के साथ आपदा प्रबंधन के बारे में विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने कहा कि माघ मेला के आयोजन को सुगम एवं सुरक्षित बनाने में आपदा प्रबंधन का विशेष महत्व है। माघ मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत आपदा प्रबंधन के सभी पहलुओं पर ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है जिसमें कि महत्वपूर्ण पहलू सभी विभागों के मध्य आपसी समन्वय एवं पूर्वाभ्यास है। उन्होंने कहा कि मुख्य स्नान पर्वों के अलावा सामान्य दिनों में भी सावधानी एवं सतर्कता बनाये रखना आवश्यक होगा। कहा कि प्रत्येक सेक्टर के सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस उपाधीक्षक तथा अग्निशमन अधिकारी एक-दूसरे से समन्वय बनाते हुए तथा संयुक्त रूप से मेला क्षेत्र का भ्रमण कर मार्गों का अवलोकन कर मार्गों के बारे में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त कर ले, जिससे कि किसी भी आपात स्थिति में सम्बंधित स्थल पर शीघ्रता से पहुंचा जा सके। उन्होंने अग्निशमन विभाग को मेला क्षेत्र की एक-एक रास्ते की जानकारी रखने एवं फायर ब्रिगेड की बड़ी गाड़ियों को भी सभी मार्गों पर चलाकर उनके सुगम आवागमन की जांच करने एवं पूर्वाभ्यास भी करने के लिए कहा। कहा कि पार्किंग स्थलों पर बिजली, पानी, स्वच्छता, चिकित्सा सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित रहे। उन्होंने श्रद्धालुओं को निर्धारित मार्गों से नियंत्रित ढंग से मेले में प्रवेश एवं निर्धारित वापसी मार्गों से ही उनके लौटने की व्यवस्था रहे तथा कहीं पर भी क्रासिंग प्वाइंट न बने, इस सम्बंध में सभी आवश्यक कार्यवाहियां समय से सुनिश्चित की जाये।
लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने मेला में आने वाले एक-एक मार्गों पर बनाये गये पार्किंग स्थलों के बारे में भी जानकारी ली, जिसपर उन्हें बताया गया कि कुल 7 मार्गों से श्रद्धालुओं का आगमन होगा और इन मार्गों पर कुल 42 स्थानों पर पार्किंग बनायी जा रही है। उन्होंने कहा कि पार्किंग स्थलों पर मूवमेंट फ्री रहे। आपातकालीन योजना के बारे में डीसीपी यातायात नीरज पाण्डेय ने बताया कि आपातकालीन योजना के तहत भीड़ प्रबंधन हेतु 8 प्रकार की योजना बनायी गयी है, जिनका आवश्कतानुसार उपयोग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रिवेंशन ही मुख्य कार्य है, इसलिए जैसे-जैसे मेले की बसावट हो रही है, वैसे-वैसे लोगो को अग्नि सुरक्षा, विद्युत सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ विद्युत सुरक्षा और अग्निसुरक्षा ऑडिट का भी कार्य होता रहे। अलाव को कैम्पों के अंदर की बजाय शिविरों में निर्धारित स्थान पर ही जलाया जाये। अग्निशमन विभाग एवं विद्युत विभाग इस सम्बंध में सभी आवश्यक तैयारियां समय से सुनिश्चित करा लें।
स्वास्थ्य विभाग से सम्बंधित कार्ययोजना के बारे में विचार-विमर्श करते हुए उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में एम्बुलेंस की लोकेशन के बारे में सेक्टर मजिस्टेªट एवं स्वास्थ्य विभाग को अवश्य जानकारी रहे तथा एम्बुलेंस के चालक सभी मार्गों का भ्रमणकर मार्गों के बारे में अच्छे ढंग से जानकारी प्राप्त कर ले, जिससे त्वरित गति से घटना स्थल पर पहुंच सके। रेलवे विभाग के सम्बंध में टेªनों के आवागमन तथा होल्डिंग एरिया में की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी लेते हुए सभी स्टेशनों पर गलत सूचना का प्रसारण व कम समय में प्लेटफार्म बदलने का एनाउंसमेंट किसी स्थिति में नहीं करने के लिए कहा। विद्युत विभाग के कार्यों के बारे में उन्होंने कहा कि मुख्य लाइन से रेजिडेंशियल क्षेत्र में जो बिजली के तार लगाये जाये, उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से नियमित रूप से जांच किए जाने की व्यवस्था रहे। उन्होंने सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में नेटवर्क कंजेक्शन से निपटने एवं पार्किंग क्षेत्रों में नेटवर्क की उपलब्धता बनाये जाने हेतु आवश्यक प्रबंध करने के लिए कहा। उन्होंने कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे के डिस्प्ले की निगरानी करने वाले कर्मियों को कैमरों की फिजिकल लोकेशन का भ्रमणकर कैमरे के व्यू के बारे में जानकारी रखने के लिए कहा है। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खोया-पाया केन्द्र का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार, प्रत्येक विद्युत खम्भे की नम्बरिंग कराये जाने एवं खम्भों पर क्यूआर कोड भी लगाये जाने के लिए कहा, जिससे खोने वाले व्यक्ति की लोकेशन मिल सके। उन्होंने कहा कि मेले में प्रत्येक श्रद्धालु सुरक्षित आये, सुरक्षित जाये, यहीं हमारा प्रयास होना चाहिए। इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त डॉ0 अजय पाल शर्मा, डीसीपी नगर मनीष शांडिल्य, अपर मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
