आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर सुरक्षा पर फोकस, स्टेशनों के आसपास सीसीटीवी का जाल
प्रयागराज (राजेश सिंह)। रेलवे ने माघ मेला की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। कुंभ और महाकुंभ में हुई भगदड़ को देखते हुए रेलवे का सबसे ज्यादा फोकस क्राउड मैनेजमेंट पर ही है। प्रयागराज जंक्शन के साथ ही हर छोटे स्टेशनों पर श्रद्धालुओं के प्रवेश और बाहर निकलने को लेकर विशेष योजना तैयार की जा रही है। आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर स्टेशन और आसपास के इलाके को सीसीटीवी से लैस किया जाने लगा है।
मेले के दौरान अत्याधिक भीड़ के बीच यात्रियों को सुरक्षित सफर कराने को अभी से मशक्कत होने लगी है। रेलवे स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों के सामान चेक करने, संदिग्धों के चेहरों की पहचान को लेकर रेलवे कई नई प्लानिंग पर काम कर रहा है। महाप्रबंधक उत्तर रेलवे अशोक कुमार वर्मा ने प्रयागराज क्षेत्र के प्रमुख स्टेशनों प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ तथा प्रयागराज संगम का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने मण्डल रेल प्रबंधक उरे लखनऊ सुनील कुमार वर्मा एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्टेशनों पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं, भीड़ प्रबंधन की वर्तमान तैयारियों तथा माघ मेला अवधि के लिए प्रस्तावित विशेष प्रबंधन योजनाओं की गहन समीक्षा की।
तैयारी देखी, क्या रहेंगी सुविधाएं
प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ एवं प्रयागराज संगम स्टेशनों के प्लेटफॉर्मों पर मेला के दौरान यात्रियों के अतिरिक्त दबाव को देखते हुए प्रवेश एवं निकास मार्गों के सुचारु संचालन की व्यवस्था का निरीक्षण किया गया।
महाप्रबंधक ने स्टेशन पर स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर (प्ब्ब्) का भी निरीक्षण किया। वहां उपलब्ध निगरानी, भीड़ प्रबंधन एवं रियल-टाइम मॉनिटरिंग प्रणालियों की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया। स्नान पर्वों पर अतिरिक्त ट्रेनें के संचालन की योजना पर चर्चा की गई।
प्रतीक्षालय, पेयजल, खान-पान स्टॉल, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, प्रकाश व्यवस्था, साफदृसफाई, अतिरिक्त आस्थाई शौचालय एवं सुरक्षा से संबंधित सुविधाओं की समीक्षा की गई।
महाप्रबंधक ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मेला अवधि के दौरान यात्री सूचना प्रणाली एवं डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड को निर्बाध रूप से 24×7 सक्रिय रखा जाए, ताकि सभी यात्रियों को आवश्यक जानकारी बिना किसी विलंब के उपलब्ध हो सके।
यात्रियों की संभावित वृद्धि को देखते हुए अस्थायी सुविधाओं जैसे अतिरिक्त टिकट काउंटर, पार्किंग क्षेत्रों, बैरिकेडिंग तथा मेडिकल सहायता उपलब्धता की तैयारियों की समीक्षा की गई।
भीड़ नियंत्रण हेतु स्टेशनों पर 1500 अतिरिक्त स्टाफ, जिसमे चेकिंग एवं बुकिंग के 200 कर्मचारी तथा, 400 आरपीएफ/जीआरपी के जवानों की तैनाती की जा रही है
स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म प्रबंधन, मार्गदर्शन संकेतक, क्यूआरटी टीमों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई । स्टेशनों पर चिकित्सा सहायता केंद्र, खोयादृपाया केंद्र तथा अतिरिक्त स्वच्छता कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाए।
श्रद्धालुओं के आवागमन के निर्बाध संचालन तथा आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए की गई तैयारियों के बारे मे जानकारी ली एवं उपस्थित अधिकारियों को पूर्व तैयारियों की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया।
