होली समाज में एकता और भाईचारा बढ़ाने का एक माध्यम - गंगा मिश्रा
*मेजा ब्लॉक में प्रमुख द्वारा होली मिलन समारोह आयोजित
*क्षेत्र पंचायत सदस्यों को किया गया सम्मानित
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
होली पर्व समाज में एकता और भाईचारा बढ़ाने का एक बड़ा माध्यम है। इस बहाने लोग आपसी भेदभाव भुलाकर एक दूसरे को रंग अबीर लगाकर सामाजिक सौहार्द को बरकरार रखते हैं। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए लोगों द्वारा होली मिलन समारोह आयोजित किया जाता है।उक्त उद्गार विधान सभा कोरांव के नवनिर्वाचित भाजपा विधायक राजमणि कोल ने ब्लाक प्रमुख मेजा श्रीमती गायत्री मिश्रा द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न प्रकार के त्योहारों को परंपरागत तरीके से मनाते हैं।सभी त्योहारों में कुछ न कुछ हमें सीखने और सहेजने को मिलता है।विधायक राजमणि कोल ने भारत माता शब्द की व्याख्या कर लोगों में जोश भरने का काम किया।उन्होंने उपस्थित क्षेत्र पंचायत सदस्यों को आगामी विधान परिषद के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को जीतने के लिए अपील की।यह कोई पहली बार नहीं है।इससे पूर्व भी प्रमुख द्वारा क्षेत्र पंचायत सदस्यों और प्रधानों को सम्मानित करने का काम किया जाता रहा है।यही ऐसे।प्रमुख हैं को क्षेत्र पंचायत सदस्यों को सिर आंखों पर बिठाया है।यही नहीं प्रमुख पद मिलते ही क्षेत्र में विकास की गंगा भी बहाने का काम कर रहे हैं।कोई ऐसा गांव नही जहां प्रमुख द्वारा काम न कराया जा रहा हो।
इससे पूर्व कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्रमुख श्रीमती गायत्री मिश्रा और उनके प्रतिनिधि गंगा मिश्रा ने मुख्य अतिथि विधायक राजमणि कोल का माला पहना कर जोरदार स्वागत किया।कार्यक्रम में पूर्व प्रमुख मेजा मुन्नन शुक्ला,पूर्व जिलाध्यक्ष शिवदत्त पटेल,किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष अरुण सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित किया।वक्ताओं ने लोगों को जम्मू कश्मीर पर बनी फिल्म को देखने की अपील की गई।कार्यक्रम में ब्लाक प्रमुख के सहयोग से विधायक द्वारा क्षेत्र पंचायत सदस्यों और प्रधानों को होली का उपहार भेंट किया गया।कार्यक्रम का संचालन प्रधान संघ के जिला प्रभारी अनिल शुक्ला ने किया।इस मौके पर प्रमुख रूप से हरिश्चंद्र द्विवेदी,आशू मिश्रा,अनिल पांडेय,संजय तिवारी,योगेश जायसवाल,राकेश केशरी,पंकज राव,अजय यादव,पुष्पराज सिंह,रामासरे शुक्ल,विमलेश पाण्डेय आदि मौजूद रहे।