मुरादाबाद (राजेश सिंह)। मुरादाबाद जिले में सड़क हादसे में पति की मौत से दुखी महिला ने खुद भी फंदे पर लटक कर जान दे दी। पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि, पहले भाई और इसके बाद पति की मौत हो गई। धीरे-धीरे सभी मुझसे बिछड़ते जा रहे हैं। अब मैं पति के बिना नहीं रह सकती हैं।
मैं अपने अमित (पति) के पास जा रही हूं। मम्मी पापा मुझे माफ कर देना। अमित आप जहां हो आपकी ललिता भी वहीं आ रही है। आपके बिना जी नहीं पा रही हूं। मैं अपनी मौत की जिम्मेदार खुद हूं। इसलिए मेरे बाद किसी को परेशान नहीं किया जाए।
पुलिस के मुताबिक, सिविल लाइंस भटावली निवासी अमित पाल की चार जनवरी को नौगांवा सादात थाना इलाके में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद पत्नी ललिता सदमे में चली गई थी। शुक्रवार शाम ललिता ने कमरे में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली।
नौ वर्षीय बेटे अनमोल ने मां को पंखे से लटकते देखा तो उसके होश उड़ गए। उसने अपने दादा वीर सिंह को बताया। दादा और छोटी बहन निहारिका भी कमरे में पहुंच गई। कुछ ही देर में मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
पीआरवी और चौकी पुलिस मौके पर पहुंच गई। एएसपी सागर जैन और सिविल लाइंस थाना प्रभारी आरपी सिंह फोरेंसिक टीम लेकर मौके पर पहुंच गए। लोगों की मदद से महिला के शव को नीचे उतारा गया। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला। एएसएपी ने बताया कि सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया है। वहीं महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
परिजनों को झकझोर रहे मासूमों के सवाल
मासूम बेटे अनमोल और निहारिका पिता की मौत के दुख से उबरे भी नहीं थे। शुक्रवार शाम फिर मां ललिता की मौत से उन पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। सिविल लाइंस के भटावली गांव निवासी अमित पाल रोडवेज में संविदा पर चालक थे जबकि पत्नि ललिता आशा वर्कर थी। जनवरी माह में अमरोहा के नौगांवा सादात क्षेत्र में हुए हादसे में उनकी मौत हो गई थी।
अमित की मौत के बाद पत्नी ललिता अपने नौ साल के बेटे अनमोल और सात वर्षीय बेटी निहारिका को दुखों से उबारने का प्रयास कर रही थी, लेकिन वह खुद ही अंदर ही अंदर टूट चुकी थी। शुक्रवार को उसने अपने ही घर में दुपट्टे से फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली।