प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के सोरांव के इमामकुलीपुर गांव में पांच गोवंशों को मारकर अवशेष फेेंक दिए गए। ग्रामीणों को जानकारी हुई तो सनसनी फैल गई। सूचना पर पुलिस व प्रशासनिक अफसर पहुंचे और जांच पड़ताल के बाद अवशेषों को दफनाया गया। उधर जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने सांगीपुर गांव के प्रधानपति और गोपालक को हिरासत में ले लिया। इस मामले में विश्व हिंदू परिषद, गोरक्षा शाखा की ओर से दोनों को नामजद करते हुए सोरांव थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इमामकुलीपुर गांव से करीब एक किमी दूर स्थित खेत में रविवार सुबह पांच गोवंशों के अवशेष पड़े मिले। ग्रामीण उधर से गुजरे तो अवशेष देखकर उनके होश उड़ गए। कुछ ही देर में वहां भीड़ जुट गई। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गोवंशों को मारकर फेंका गया है। सूचना पर होलागढ़ विकासखंड के पशु चिकित्सा अधिकारी विनय द्विवेदी ने अवशेषों का मेडिकल परीक्षण किया। जांच पड़ताल में पता चला कि एक गोवंश के कान में टैग लगा हुआ था। रजिस्टर से मिलान करने पर पता चला कि उक्त टैग सांगीपुर स्थित अस्थाई गोशाला के हैं। पुलिस ने सांगीपुर गोशाला में पहुंचकर गोपालक रामचंद्र निवासी दुर्गापुर से पूछताछ शुरू की तो वह इधर-उधर की बातें करने लगा। उसकी गतिविधि संदिग्ध देख पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। इसके बाद पूछताछ में उससे मिली जानकारी के आधार पर ही प्रधानपति श्रीकांत पटेल को भी हिरासत में ले लिया। सीओ सुधीर कुमार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों नामजद आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
दो नामजद सहित 20 अज्ञात लोगों पर भी मामला दर्ज
इस मामले में विहिप गोरक्षा के प्रांत मंत्री लालमणि तिवारी ने एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने गोपालक व प्रधानपति को नामजद करते हुए 20 अज्ञात को भी आरोपी बनाया है। थाने में दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि गोवंशों की हत्या की गई। स्थानीय लोगों ने बताया है कि मऊआइमा, सोरांव व आसपास के इलाकों में गोशाला के गोवंशों को बेचकर उनकी हत्या कराई जा रही है।
डीएम ने गठित की तीन सदस्यीय जांच कमेटी
उधर इस मामले को प्रशासन ने बेहद गंभीरता से लिया है। डीएम संजय कुमार खत्री ने बताया कि एसडीएम सोरांव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी और डीसी मनरेगा की तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। समिति से कहा गया है कि वह विस्तृत जांच कर रिपोर्ट दें ताकि कार्रवाई की जा सके।