मांडा, प्रयागराज (शशिभूषण द्विवेदी)। दो साल तक लाकडाउन के बाद इस बार मोहर्रम के दसवीं पर भारत गंज व मांडा खास , कूदर सहित अन्य मिश्रित आबादी वाले गांवों में पारंपरिक ढंग से ताजिये निकाले गये ।
भारतगंज कस्बे के सभी मोहल्लों से दो दर्जन से अधिक ताजिये निकाले गए। रास्ते के प्रमुख बाजारों व चौराहों पर ढोल ताशे व डंडे का प्रदर्शन किया गया। या अली की सदाओं से कर्बला गूंज उठा। भारतगंज कस्बे में एसडीएम मेजा विनोद कुमार पांडेय, सीओ मेजा अमिता सिंह, इंस्पेक्टर मांडा अरुण कुमार, चौकी इंचार्ज भारतगंज दुर्गेश सिंह कई थानों की पुलिस, पीएसी व एलआईयू के जवानों के साथ लगे रहे । मांडा खास में भी लगभग एक दर्जन ताजिये विभिन्न मार्गों से होते हुए मांडा राजमहल के सामने पहुंचे । कूदर , हाटा आदि गांवों में भी पारंपरिक ढंग से ताजिये निकाले गए।
दिघिया में इस बार बने ही नहीं ताजिये, रहा सन्नाटा
मांडा। हर साल रास्ते के विवाद से ऊबे दिघिया व बम्हनी हेठार गाँव में ताजिये बनाये ही नहीं गये, जिससे सन्नाटा बना रहा ।