मांडा, प्रयागराज (शशिभूषण द्विवेदी)। विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय जफरा में छात्रों के शिक्षण कार्य के लिए मात्र दो कमरे सुरक्षित रूप में उपलब्ध हैं । इन्हीं दो कमरों में बरसात के मौसम में पठन पाठन होता है । जर्जर भवन के चलते कभी भी बड़ी घटना घटित हो सकती है । प्राथमिक विद्यालय जफरा का मूल भवन सत्र 2019- 20 में नीलामी के पश्चात धराशायी कराया जा चुका है, उसके बाद दो अन्य कक्षा बेहद जर्जर दशा में हैं । विद्यालय के प्रधानाध्यापक दीपक त्रिपाठी ने विद्यालय के जर्जर भवन की सूचना अधिकारियों को दे दी है , परंतु अभी तक जर्जर भवनों की श्रेणी में प्राथमिक विद्यालय जफरा का नाम नहीं है । विद्यालय का मूल भवन जर्जर होने के पश्चात नीलामी करा कर ध्वस्त कराने के बाद भी विद्यालय में मूल भवन निर्माण के लिए अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है । विद्यालय में कुल 122 छात्रों का नामांकन है । दो कमरों में अध्यापकों और छात्रों की कक्षाएं बरसात के मौसम में किसी तरह संचालित हो पाती हैं। अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं । विकास खंड के कुल तीस प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय जर्जर विद्यालयों की सूची में हैं, लेकिन इस सूची में प्राथमिक विद्यालय जफरा का नाम नहीं है । विद्यालय के छत से अक्सर सीमेंट व बालू गिरते रहते हैं।मामले में खंड शिक्षा अधिकारी मांडा महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कुल 17 जर्जर विद्यालयों के भवन नव निर्माण हेतु अनुमोदित हो चुके हैं। जफरा प्राथमिक विद्यालय भी अगली सूची में रखा जाएगा और तब तक के लिए प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया गया है कि जर्जर भवन में छात्रों को बैठाने के बजाय नजदीकी विद्यालय में शिक्षण कार्य किया जाय ।