प्रयागराज (राजेश सिंह)। रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह का ट्वीट चर्चा में है वह शेखपुर में मोहर्रम का गेट बनाने का विरोध जताया है। ट्वीट करके लोगों से गेट को हटवाने के लिए मुख्यमंत्री से मांग करने की अपील की है। एक बार फिर उदय प्रताप सिंह का ट्वीट सुर्खियों में आ गया है। इससे पहले भाजपा की प्रवक्ता रहीं नुपुर शर्मा के समर्थन में उन्होंने जो ट्वीट किया था, वह भी काफी चर्चा में था। मोहर्रम के पर्व पर हर साल शेखपुर आशिक में माहौल तनावपूर्व रहता है। मुस्लिम समुदाय के लोग ताजिया निकालने का प्रयास करते हैं, जबकि राजा उदय प्रताप सिंह हनुमान मंदिर पर भंडारा कराने की भरपूर कोशिश करते हैं। छह साल से मोहर्रम पर पुलिस को शेखपुर में खासी चौकसी बरतनी पड़ती है। दो दिन पहले एएसपी पश्चिमी रोहित मिश्रा शेखपुर आए थे और उन्होंने ताजियादारों से बात करके कोई नई परंपरा नहीं शुरू करने की बात कही थी। इसके बाद भी शेखपुर आशिक में मदरियापुर रोड पर नया गेट बना दिया गया। क्षेत्रीय लोगों में चर्चा है कि मोहर्रम के त्योहार पर यह नई परंपरा खोली गई है। इसके पूर्व जो भी गेट मोहर्रम के बनाए जाते थे, दोनों तरफ बल्ली लगाकर उस पर चांदनी लपेटी जाती थी, इस तरह का गेट नहीं बनाया जाता था।
दूसरी ओर इस गेट को बनाए जाने से नाराज उदय प्रताप सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि शेखपुर गांव में मुसलमानों ने सड़क के आर-पार मस्जिद का गेट बना दिया है, जिस पर उनकी भाषा में कई चीजें लिखी हैं और उस गेट के नीचे से हिंदुओं को आने-जाने के लिए बाध्य किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मुख्यमंत्री से शिकायत करके तत्काल गेट हटवाने की मांग करें। कुंडा कोतवाल प्रदीप कुमार ने बताया कि कोरोना काल में कोई गेट नहीं बना था। उसके पूर्व गेट बनाया जाता था, उसी परंपरा के तहत गेट बनाया गया है। शेखपुर में करीब आठ साल से मोहर्रम के दिन हनुमान मंदिर पर भंडारे को लेकर प्रशासन चौकन्ना रहता है। यह भंडारा राजा उदय प्रताप सिंह के नेतृत्व में आखिरी बार 2016 में कराया गया था। इसके बाद से भंडारे पर रोक लगा दी गई। हर साल मोहर्रम के दिन उदय प्रताप सिंह और उनके करीबियों को प्रशासन नजरबंद कर देता है। हनुमान मंदिर के साथ शेखपुर चौराहे समेत आसपास के इलाके में पुलिस का कड़ा पहरा रहता है। पिछले छह साल से मंदिर पर भंडारा नहीं हो पा रहा है, लेकिन मोहर्रम का त्योहार आते ही शेखपुर स्थित हनुमान मंदिर पर भंडारे की चर्चा से प्रशासन सतर्क हो जाता है।