नैनी, प्रयागराज (गजेन्द्र प्रताप सिंह)। अति प्राचीन शिव मंदिर सारंगापुर में हो रहे सातवें दो दिवसीय सारंग महोत्सव में दूसरे दिन बाल कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से सबका मन जीत लिया। प्राथमिक विद्यालय पालपुर के बच्चों ने मेरी देश की धरती सोना उगले पर नृत्य कर खूब तालियां बटोरीं। सेंट मेरिज कॉन्वेंट स्कूल घूरपुर के बच्चों ने युवा संसद लगाकर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर परिचर्चा किया। राजकीय अभिनव विद्यालय दांदूपुर की छात्राओं ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर एक नृत्य नाटिका प्रस्तुत किया तो वहीं करमा नर्सिंग के छात्रों ने शिव तांडव से और जेपीएस पब्लिक स्कूल के बच्चों ने कजरी नृत्य, झूमर और पंजाबी नृत्य से वाह वाही लूटी। सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। महोत्सव के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि विधायक बारा वाचस्पति, एवं बतौर विशिष्ट अतिथि ब्लॉक प्रमुख चाका अनिल कुमार पटेल उपस्थित रहे। महोत्सव के आयोजक एवं लोक संस्कृति विकास संस्थान के अध्यक्ष शरद कुमार मिश्र ने कहा कि सारंग महोत्सव का उद्देश्य भारत की जीवंत संस्कृति को जन-जन तक पहुँचाना है। इसके अलावा यह कलाकारों और कारीगरों को उनकी आजीविका में सहायता करने हेतु एक प्रभावी मंच उपलब्ध कराता है। महोत्सव के मुख्य संरक्षक पूर्व प्रधान सारंगापुर दिलीप कुमार ने सभी अतिथियों और कलाकारों का आभार प्रकट किया। मंच का कुशल संचालन युवा लेखक अमित कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर डॉ समाज शेखर, डॉ प्रतिमा, ऋतु शुक्ला, रुचि द्विवेदी, सपना गौड़, परमेंद्र कुमार, बिजेंद्र कुमार, प्रवक्ता भास्कर दुबे, इंजीनियर राजाबाबू, खुशबू राय, फैजी आदि उपस्थित रहे।
*कर्तव्ययोगियों का हुआ सम्मान*
महोत्सव में सामाजिक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्य करने वाले कर्तव्ययोगियों को सम्मानित किया गया। जिसमे पार्श्व गायिका तृप्ति शाक्या, गजल गायक भूपेंद्र शुक्ल, डॉ अंकिता मालवीय, डॉ अरुण कुमार मिश्र, प्रो. भास्कर दुबे, ओंकार नाथ तिवारी को अवध गौरव सम्मान एवं भजन गायक रत्नेश दुबे को भजन सम्राट तो कथक नृत्यांगना हिमानी रावत को नटराज सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप सभी को अंगवस्त्रम, स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र एवं श्रीफल दिया गया।