प्रयागराज (राजेश सिंह)। सड़क सुरक्षा अभियान के तहत शुक्रवार को स्कूलों में विद्यार्थियों को यातायात निमयाें, संकेतकों आदि की जानकारी देने के लिए सड़क सुरक्षा पाठशाला शुरू की गई। इसमें विद्यार्थियों ने खूब उत्साह दिखाया। अपनी आशंकाओं के समाधान के लिए प्रश्न भी पूछे। आयोजन में प्रशिक्षक की भूमिका निभाने वाले यातायात विभाग के अधिकारियों ने पूरे मनोयोग से विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर देने के साथ इस बात को समझाया कि हमारी लापरवाही दुर्घटनाओं की वजह है। इसे रोकेंगे तो दुर्घटनाएं रुकेंगी और लोगों की जान भी बचेगी।
ज्वाला देवी गंगापुरी इंटर कालेज में विद्यार्थियों को यातायात के नियमों की जानकारी ट्रैफिक इंस्पेक्टर अमित कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि हमेशा बाएं से चलें, क्रम से चलें, कतार बनाए रखें अर्थात दो वाहनों के बीच निर्धारित दूरी जरूरी है। ऐसा न करने पर दुर्घटनाएं होंगी। सड़क चलते समय जब भी घूमें या सड़क पार करें तो हाथ देकर मुंडें। बिना दूसरे को संकेत दिए घूमना भी हादसे की वजह बनता है। जिन सड़कों पर हम सब चलते हैं उनपर जगह जगह संकेत लगे होते हैं उनको जानना और उसका पालन करना भी जरूरी है। अपने माता पिता के साथ जब निकलें तो उन्हें भी सड़क के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करें। यदि वह कहीं नियमों का उल्लंघन करें तो तत्काल टोक दें।
सेंट एंथोनी कालेज में सीओ ट्रैफिक संतोष सिंह ने विद्यार्थियों को हिदायत दी कि बिना 18 वर्ष पूरे किए वाहन न चलाएं। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाकर और लेकर चलें। बिना ड्राइविंग लाइसेंस वाहन चलाना अपराध की श्रेणी में आता है। यह भी कहा कि दो पहिया वाहन चलाते समय हेल्मेट जरूर पहनें। चार पहिया वाहन चला रहे हों तो सीट बेल्ट लगाएं। विद्यार्थियों को चाहिए कि वह अपने माता-पिता को यातायात नियमों के पालन के लिए प्रेरित करें। एक बाइक पर सिर्फ दो लोग चलें। कभी भी सिग्नल न तोड़ेंं। कुछ मिनट की जल्दबाजी दुर्घटना की वजह बन सकती है। अपने वाहन हमेशा निर्धारित पार्किंग में खड़ी करें। सड़क पर या उससे लगे फुटपाथ पर खड़े वाहन भी यातायात बाधित करते हैं। इन सब को लेकर सतर्क रहना जरूरी है।गति सीमा पार न करें और अपनी लेन में चलें। अभियान के तहत वाहन चालकों को भी प्रशिक्षित किया गया।
ज्वाला देवी गंगापुरी के स्कूल वाहनों के चालकों को भी ट्रैफिक इंस्पेक्टर अमित कुमार ने वाहन चलाते समय रखी जाने वाली सावधानियों को समझाया। कहा कि कभी भी निर्धारित गति सीमा को पार न करें। हमेशा अपनी लेन में चलें। ओरटेकिंग से बचें। यदि ओवरटेक करना है तो हार्न और इंडीकेटर का प्रयोग करते हुए दाई ओर से करें। गाड़ी चलाते समय सड़क पर ध्यान रखें, मोबाइल का प्रयोग बिल्कुल न करें। कभी भी नशे में वाहन न चलाएं ऐसा करने पर आप दूसरों की जिंदी से भी खिलवाड़ करेंगे। बिना सीट बेल्ट बांधे वाहन न चलाएं। बच्चे जब वाहन में बैठे हों तो ध्यान रखें कि बच्चे हाथ बाहर न निकालें या वे बाहर लटकें न।
जगत तारन गोल्डन जुबली स्कूल में दैनिक जागरण, उप्र किन्नर वेलफेयर बोर्ड व यातायात विभाग के सहयोग से सड़क सुरक्षा संबंधी टिप्स दिए। यातायात इंस्पेक्टर पवन कुमार पांडेय ने कहा, वाहन चलाते समय जब ओवरटेक करें, लेन बदलें तो इंडीकेटर का प्रयोग जरूर देंखे। हाईवे पर गाड़ी चलाते समय जब बाजार या भीड़ वाले क्षेत्र में पहुंचें तो गति सीमित रखें। ऐसा करने पर ही यदि को अचानक सामने आएगा तो उसे बचा सकेंगे। बच्चों को बाइक या कार बिल्कुल न चलाने दें। जब उनका ड्राइविंग लाइसेंस बन जाए तभी वाहन चलाएं। विद्यालय की प्रधानाचार्य सुष्मिता कानूनगो, किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य और उत्तर प्रदेश किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष स्वामी कौशल्यानंद गिरि ने भी विद्यार्थियों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया।