शिकारियों की करतूत तो नहीं, बरेली भेजा जाएगा विसरा
मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। प्रयागराज मे मेजा के चांद खमरिया ब्लैक बक कर्जवेंशन रिजर्व (अभयारण्य) में निढाल पड़े मिले काले हिरण की वन विभाग रेंज कार्यालय में मौत हो गई है। कुछ ग्रामीणों ने काले हिरण का शिकार किए जाने की आशंका जाहिर की, इसलिए आज उसका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। फिर उसका विसरा जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) बरेली भेजा जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि काले हिरण के लिए शिकारी करंट का जाल लगाते हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि करंट से ही यह ब्लैक बक इस तरह से निढाल होकर गिरा हो।
कोरांव तहसील क्षेत्र के चांद खमरिया ब्लैक बक अभयारण्य में बुधवार की शाम करीब पांच बजे एक हिरण बैठा हुआ मिला। तभी वन विभाग के कर्मचारी ने इसकी जानकारी रेंजर अजय सिंह को दी। मौके पर पहुंचे रेंजर ने उसकी जांच की तो पता चला कि उसकी उम्र करीब 10 वर्ष है। वन कर्मी कह रहे हैं कि वह बीमारी हालत में कमजोर हो गया और उठ नहीं पा रहा था। उस काले हिरण को उठाकर वन विभाग के रेंज ऑफिस में जा ले जाया गया। वहां पर उसके इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाया गया लेकिन तब तक उसने दम तोड़ दिया।
काले हिरण की मौत किस कारण से हुई इसकी जांच के लिए गुरुवार को मेजा रेंज कार्यालय में ही उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। डीएफओ महावीर कौजलगी ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान उसका विसरा सुरक्षित कर लिया जाएगा और उसे जांच के लिए आइवीआरआइ बरेली भेजा जाएगा क्योंकि ग्रामीणों ने शिकारियों की करतूत होने की आशंका जताई है। उन्होंने बताया कि मेजा और कोरांव तहसील क्षेत्र में काले हिरणों का संरक्षण होता है। यहां पर करीब साढ़े पांच सौ काले हिरण मौजूद हैं। काले हिरणों का शिकार न हो इसलिए आसपास के ग्रामीणों को जागरूक किया जाता है। बीच-बीच में गोष्ठी भी कराई जाती हैं।