प्रयागराज (राजेश सिंह)। किसानों का आवाहन है कि वह लखनऊ के लिए रवाना हुए हैं। अगर देखा जाए तो 10 दिसंबर से जहां किसान क्रय केंद्रों पर व्याप्त अनियमित्ताओं को लेकर के अतरसुइया क्रय केंद्र पर धरने पर बैठे थे। वहीं अधिकारियों के द्वारा किसानों की समस्याओं को न सुने जाने से आक्रोशित किसान जहां दर्जनों ट्रैक्टर ट्रालियों में धान लादकर करके अब जिला मुख्यालय की ओर रवाना हुए।
वहीं किसानों से वार्ता करने के लिए जहां रास्ते में ही उप जिलाधिकारी बारा व अन्य प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। किसानों से वार्ता अधिकारियों के द्वारा की जा रही है लेकिन सार्थक रास्ता कुछ निकल के नहीं आ रहा है। जबकि भारतीय किसान यूनियन भानू के मंडल महासचिव केके मिश्रा के द्वारा बताया गया कि उप जिलाधिकारी से वार्ता हुई लेकिन वार्ता विफल रही, क्योंकि वह कुछ भी आश्वासन देने में असमर्थता जाहिर कर रहे हैं। जिसके कारण सभी किसान सूबे की राजधानी लखनऊ के लिए निकलेंगे। जबकि किसानों के धान लदे ट्रैक्टर-ट्रालीयों को राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर सड़वा गांव के पास प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस फोर्स के द्वारा रोका गया है। वहीं उप जिलाधिकारी बारा अब्दुल्ला सुदन के द्वारा किसानों से लगातार वार्ता की जा रही है और उन्हें समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
किसानों की सभी समस्याओं का निराकरण होगा और किसानों के धान की तौल क्रय केंद्रों पर नियमानुसार की जाएगी। लेकिन किसान इस बात पर अड़े हैं कि जो क्रय केंद्र निर्धारित स्थान से अन्यत्र स्थानों पर खुले हुए हैं और क्रय केंद्रों पर किसानों से ₹150 प्रति क्विंटल की दर से सुविधा शुल्क लेने के उपरांत ही तौल की जा रही है। ऐसे क्रय केंद्र प्रभारियों पर प्रशासनिक कार्यवाही की जाए।
जबकि इस संदर्भ में उप जिला अधिकारी बारा अब्दुल्ला सूदन के द्वारा बताया गया कि किसानों से वार्ता हो रही है और जल्द ही किसानों की समस्याओं का निस्तारण भी किया जाएगा।