मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
जन समस्याओं की पड़ताल के लिए आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में जानकारी नहीं होने से फरियादी नहीं पहुंच सके।स्थानीय लोगों ने तहसील प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्यक्रम को सिर्फ औपचारिकता बताया गया।गौरतलब है कि गत शनिवार को छुट्टी होने के कारण सोमवार को संपूर्ण समाधान दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया।जिससे लोगों को जानकारी नहीं हो सकी।लिहाजा मात्र 72 फरियादी ही अपनी समस्या को लेकर पहुंचे,उसमे अधिकांश शिकायत अधिवक्ताओं द्वारा प्रेषित की गई।
सोमवार को एसडीएम विनोद कुमार पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में अधिकारी तो पहुंचे, लेकिन जानकारी न होने के कारण फरियादी नहीं पहुंच सके।सपा के पूर्व प्रदेश सचिव नरेंद्र सिंह ने कहा कि आम जनता को संपूर्ण समाधान दिवस की सूचना तक नहीं दी जाती है, जिससे यह कार्यक्रम महज औपचारिकता बनकर रह गया है।संपूर्ण समाधान दिवस में आसपास के ही कुछ लोग शामिल हुए। उनकी ओर से 72 शिकायतें दर्ज की गई। इनमें से अधिकांश राजस्व और पुलिस से संबंधित थी।शिकायतों के क्रम में राजस्व से 20,पुलिस से 20,विकास से 13,समाज कल्याण से 3 और अन्य से 13 मामले रहे।तीन शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। इस मौके पर प्रमुख रूप से नायब तहसीलदार अनुग्रह नारायण सिंह,सहायक विकास अधिकारी(समाज कल्याण) सुशांतु पांडेय, एस डी ओ (विद्युत) विनय सिंह,मेजा, मांडा थाने के दारोगा सहित कई अधिकारी मौजूद थे।