प्रयागराज (राजेश सिंह)। उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन कार्यालय तहसील सदर प्रयागराज में प्रधानमंत्री के नाम सौंपा। जहां दर्जनों आशा वर्कर्स ने हाथों में तख्तियां लिए आशा एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए सरकार का विरोध किया। आशा बहुओं ने कहा कि यदि आप हमसे कार्य करवायेंगे तो आपको उसके पैसे देने पड़ेंगे। नहीं तो हम आने वाले चुनाव में इसका नतीजा दिखाएंगे।
वहीं आशा यूनियन की लीडर रेखा मौर्या ने कहा कि हम 12 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन लेकर आए हैं। हमने 1 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा था। उनको हम लोगों ने इसलिए दिया था क्योंकि वह एक महिला हैं और महिलाओं के बारे में अच्छा सोच रखती हैं। लेकिन सोचने से कुछ नहीं होता। आगे कहा अभी जो बजट सत्र पेश हुआ है उसमें यह कहा गया कि हम महिलाओं के लिए बहुत अच्छी स्कीम लेकर आए हैं।
सम्मान निधि योजना, इस योजना में यह कहा गया है कि जो महिलाएं 1 साल में 2 लाख की बचत करेंगी हम उनको 9.8 के दर से ब्याज देंगे। तो हम राष्ट्रपति महोदया से पूछना चाहते हैं कि जितनी हमारी आशा बहने हैं पहले आप उनके बारे में जानकारी लीजिए कि हमारी आशा बहने क्या साल में 2 लाख कमाती ही हैं कि हम 2 लाख की बचत करेंगी।
हम जो ज्ञापन देने आए हैं तहसील पर वह प्रधानमंत्री के लिए है। क्योंकि वो भी महिला सम्मान के बारे में बहुत बड़ी-बड़ी बातें करते हैं तो उनको आशाओं के बारे में अच्छे से जानना चाहिए और समझना चाहिए और उन्होंने जितनी महिलाओं के बारे में झूठा जुमला निकाला हुआ है उसको वह बंद कर दें तब देखो महिलाओं का सम्मान। क्योंकि उन्होंने जब आशा वर्कर के नाम से आशा बहुओं को संबोधित किया है तो उनको आशा वर्कर का वेतन देना चाहिए ना कि उनको एक मजदूर का भी वेतन न देकर, उनको आज इस कदर परेशान किया गया है।
जितने भी कार्य इस समय आशा बहुओं का हो रहा है वह सरकारी कर्मचारियों का काम हमारे ऊपर थोपा गया है। हम आने वाले लोकसभा चुनाव में इसका नतीजा दिखाएंगे। आशा बहुओं ने कहा कि हमें तो सिर्फ समाज सेविका का नाम दिया गया है। हम यह प्रधानमंत्री से पूछना चाहते है कि समाज सेवा प्रधानमंत्री अपनी स्वेच्छा से होती है ना कि जबरदस्ती। आप हमारे बहनों के ऊपर थोप कर समाज सेवा नहीं करा सकते।
अगर आप हमारे ऊपर सारे कार्य छोड़ देंगे तो आपको उसके पैसे देने पड़ेंगे। यदि नहीं देंगे तो उस चीज का आंदोलन हम इस तरह से करेंगे कि आने वाला चुनाव बताएगा। हम आने वाले लोकसभा चुनाव में इसका नतीजा दिखाएंगे कि हमारी आशा बहने क्या करती हैं।