कोलकाता में अपने प्लंबर के घर में छुपा था, गिरफ्तार
प्रयागराज (राजेश सिंह)। अतीक अहमद के खास गुर्गे असाद कालिया ने रंगदारी के लिए धमकी का मुकदमा दर्ज होने के बाद कोलकाता जाकर उस शख्स के घर में शरण ली थी, जो यहां उसकी साइट पर प्लंबर का काम करता था। 50 हजार का इनामी असाद अतीक और अशरफ की मौत की खबर मिलने के बाद वहां से लौटा, तभी पुलिस ने दबोचा लिया। पूछताछ में उसने अतीक अहमद के जमीन के धंधे समेत अन्य तमाम जानकारी दी। उसे जेल भेज दिया गया है।
चकिया मोहल्ले का असाद कालिया पिछले कुछ साल के दौरान माफिया अतीक अहमद का करीबी आदमी हो गया था। वह अतीक के विरोधियों को धमकाता और रंगदारी उगाहता। प्रयागराज में जमीन का पूरा काम वही देखने लगा था। वह जमीन बेचकर पैसे अतीक के घर पहुंचाता था। इस दौरान अतीक के बेटे असद और अली से उसका मिलना-जुलना होने लगा था।
दिसंबर 2021 में जीशान ने करेली थाने में अली और असाद समेत कई लोगों के खिलाफ धमकाने और अतीक से फोन पर बात कराकर पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का केस लिखाया, तो सभी फरार हो गए थे।
अली ने पिछले साल जुलाई में अदालत में सरेंडर किया था, जबकि असाद नहीं मिल रहा था और उसके खिलाफ एक के बाद एक पांच मुकदमे दर्ज हो गए। करेली थाने की पुलिस ने असाद कालिया को बुधवार दोपहर गिरफ्तार कर एक अवैध हथियार बरामद किया था।
असाद ने पुलिस को बताया कि करेली थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद जब पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए चौतरफा छापेमारी शुरू कर दी तो वह प्रयागराज से निकला और कोलकाता चला गया। यहां उसकी तमाम साइ़ट पर पानी का पाइप बिछाने और टोंटी लगाने का काम करने वाले प्लंबर अहमद कोलकाता में रहता है। असाद ने करीब सवा साल तक उसके मकान में छिपकर गुजारा। कभी फोन करना होता तो बात करने के बाद सिम तोड़कर फेंक देता था।
अतीक और अशरफ के मारे जाने की खबर पर वह बदहवास हो गया। वह कोलकाता से अपने मोहल्ले की तरफ आया, तभी पुलिस ने घेर कर पकड़ लिया। असाद ने बताया कि उसने अतीक के लिए 2018 से 2020 तक जमीन का काम देखने के साथ ही रंगदारी उगाही का काम किया था।