मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
क्षेत्र में शिशु मृत्यु दर में कमी लाने तथा बच्चों को डायरिया से बचाव के लिए सघन दस्त नियंत्रण अभियान की बुधवार को शुरूआत की गई। 7 जून से 6 जुलाई तक चलने वाले इस अभियान के दौरान बच्चों को ओआरएस का घोल पिलाने के साथ ही डायरिया से बचाव की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।सीएचसी मेजा के चिकित्सक बब्लू सोनकर ने फीता कटाकर इस अभियान की शुरुआत की।डॉ0 सोनकर ने बताया कि दस्त बाल मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। इसे नियंत्रण करने व दस्त संबंधी कारण व इसके निदान के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का आयोजन महत्वपूर्ण है। पखवाड़ा के दौरान कम उम्र के बच्चों के बीच ओआरएस व जिंक की दवा वितरित की जाएंगी। दस्त के कारण होने वाले शिशु मृत्यु के मामलों को न्यूनतम स्तर तक लाना इस पखवाड़ा का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि डायरिया से होने वाले मृत्यु का मुख्य कारण निर्जलीकरण व शरीर में इलेट्रोलाइट्स की कमी है। ओआरएस व जिंक के प्रयोग से डायरिया से होने वाली मौत को टाला जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान आपसी समन्वय के आधार पर दस्त नियंत्रण के उपाय, दस्त की शिकायत होने पर ओआरएस व जिंक दवा का प्रयोग, दस्त के दौरान उचित पोषण व समुचित इलाज के प्रति आम लोगों को जागरूक किया जाएगा।
आशा घर-घर जाकर ओआरएस व जिक दवा का वितरण करेंगी। पखवाड़ा के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर पांच साल से कम उम्र के बच्चों के बीच ओआरएस व जिक दवा का वितरण किया जायेगा।इस मौके पर डॉक्टर समीम अख्तर, डॉक्टर शास्वत सिंह, डॉक्टर सुरेश सोनकर,स्टाफ नर्स आशा कुमारी,वंदना,रचना,आशा पुष्प सिंह, शैला देवी, दिलोसा,पूनम,निशा,आरती देवी,सीमा शर्मा,फार्मासिस्ट कमलेश मिश्र और सुनील सिंह मौजूद रहे।